न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 13 सितंबर। हरियाणा कॉमर्स तथा मैनेजमेंट एसोसिएशन के तत्वद्यान में आयोजित ही रही 7-साप्ताहिक शोध वर्कशॉप के चौथे सत्र के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए जगतगुरु नानकदेव ओपन यूनिवर्सिटी, पटियाला के कुलपति प्रो करमजीत सिंह ने कहा कि विश्विद्यालयों में हो रही शोध समाज से जुड़ी समस्याओं का समाधान खोज जाना चाहिए तथा यह शोध उच्च क्वालिटी की हो कर अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरी उतारनी चाहिए।
आज भारत में शोध की गुणवत्ता को लेकर जागरूकता आयी है तथा आज के शोधार्थी उच्च शोध कर रहे हैं। किसी भी शोध के दो भाग होते हैं। पहला भाग है शोध की समस्या की पहचान तथा शोध करने के विषय को चिन्हित करना। यह शोधकर्ता की बौद्धिक क्षमता तथा उसकी ट्रेनिंग पे निर्भर करता है। शोधार्थी को इसके लिए भरपूर मेहनत करनी चाहिए। इसके साथ आंकड़ों का सही रूप से सांख्यिकी द्वारा आंकलन किया जाना चाहिये। डाटा के एनालिसिस के लिए उच्च क्षमता वाले सॉफ्टवेयर का प्रयोग होता है। विश्विद्यालय तथा शोधार्थी मंहगे सॉफ्टवेयर खरीद पाने में सक्षम नहीं है। ऐसे में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर का प्रयोग काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। हरियाणा कॉमर्स एंड मैनेजमेंट एसोसिएशन द्वारा आयोजिय वर्कशॉप इस दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रो तेजेन्द्र शर्मा ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा उनकी नवनियुक्त पर उन्हें बधाई दी। पंजाब तथा हरियाणा की कॉमर्स एसोसिएशनों द्वारा संयुक्त रूप से प्रो करमजीत का वर्चुअल अभिनंदन किया गया। पंजाब कॉमर्स एंड मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रो अश्विनी भल्ला ने प्रो करमजीत का जीवन परिचय एवं अभिनंदन भाषण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में धन्यवाद प्रस्ताव डॉ संजीव शर्मा ने प्रतुत किया तथा मंच संचालन डॉ पूजा मल्होत्रा ने किया।आज के सत्र में प्रो महाबीर, प्रो अजय सुनेजा, प्रो सुभाष चंद, डॉ रश्मि, डॉ अंकेश्वर प्रसाद, डॉ राम पाल सैनी, डॉ संजय अरोरा, डॉ मेजर सिंह भी उपस्थित रहे।