न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव- 2021 के अवसर पर विरासत हेरिटेज विलेज जी.टी. रोड मसाना में आयोजित हरियाणा सांस्कृतिक प्रदर्शनी ग्रामीणों को अपनी ओर खूब आकर्षित कर रही है। विरासत प्रदर्शनी में गांव की पुरानी विषय-वस्तुओं को सजाकर जिस तरीके से लघु गांव प्रदर्शनी के रूप में स्थापित किया गया है, उससे वह पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बन गया है। दूर-दराज के गांव से समूह में ग्रामीण इसको देखने के लिए निरंतर आ रहे हैं। गांव मसाना के सतपाल ने कहा कि विरासत के माध्यम से उन्होंने अपने बचपन को फिर से जी लिया है। बचपन में बड़े-बूढ़ों से जिन चीजों के बारे में सुनते थे वो यहां पर देखकर बुजुर्गों की धरोहर एक बार फिर से जीवित हो उठी है।
इसके साथ ही गांव कोल्हापुर के सत्यवान सपरिवार विरासत प्रदर्शनी को देखकर कहा कि विरासत की प्रदर्शनी मसाना के आस-पास के गांवों में चर्चा का विषय बनी हुई है, क्योंकि प्रदर्शनी में गांव का जो माहौल तैयार किया गया है वह अपने आप में अद्भुत, अनूठा और निराला है। इसी प्रकार अंबाला के गांव लंडी से पहुंचे विक्रम सिंह ने विरासत को देखने के पश्चात कहा कि विरासत में जिस तौर तरीके से हरियाणा की कलाओं को समेटा गया है वह पर्यटकों को आकर्षित कर रही है। यहां पर पुराने हल, चक्की, ओखल-मूसल सभी के दर्शन होते हैं, जबकि गांव में यह चीजें लुप्त हो चली हैं।
इसी प्रकार पिपली से पहुंचे बीर सिंह ने विरासत की सांस्कृतिक प्रदर्शनी के माध्यम से अपने पूरे परिवार एवं बच्चों को पुरानी विषय-वस्तुओं को दिखाकर उनके प्रयोग एवं महत्ता पर प्रकाश ड़ालते हुए कहा कि युवाओं को इस प्रदर्शनी को जरूर देखना चाहिए क्योंकि इसमें सभी चीजें वो दिखाई गई हैं जो आज से लगभग 100 साल पहले प्रयोग में लाई जाती रही हैं। उल्लेखनीय है कि आस-पास के दुधला, धंतोड़ी, मथाना, चनारथल, कोल्हापुर, कनीपला, खानपुर, थारवा, माजरा आदि अनेक गांवों के परिवार एवं समूह में विरासत हरियाणा सांस्कृतिक प्रदर्शनी को देखने के लिए पहुंच रहे हैं। उल्लेखनीय है कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर आयोजित हरियाणा सांस्कृतिक प्रदर्शनी का समापन 19 दिसंबर रविवार को हवन यज्ञ के साथ होगा।