बहु अकबरपुर के लाल शहीद रामपाल ने अपने दादा हजारी सिंह का नाम सुनहरे अक्षरों में लिख दिया
शहीद परिवार की मांग- परिवार को मिले आर्थिक सहायता, नौकरी, बच्चो को नि:शुल्क शिक्षा
न्यूज डेक्स संवाददाता
रोहतक। गांव बहु अकबरपुर के रामपाल सुपुत्र रघुवीर सिंह जो असम राइफल में हवलदार के पद पर मिजोरम के यूनिट 8 में तैनात थे। जो विषम परिस्थितियों में हृदय गति रुकने के कारण वीरगति को प्राप्त हो गए। देर रात बुधवार को 11:30 बजे उनका पार्थिक शरीर रोहतक पहुँचा था उसके बाद गांव बहु अकबरपुर जिला रोहतक लाया गया। वीरवार को शहीद रामपाल का जेसीओ प्रदीप कुमार की अगुवाई में सेना ने राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके 11 वर्षीय बेटे लक्ष्य ने उनको मुखाग्नि दी। उनकी तीन बेटियां साक्षी, मीनाक्षी, रिंकू तथा पत्नी सुशीला देवी समेत अपना भरापूरा परिवार छोड़कर देश के लिए शहादत दी।
शहीद रामपाल के भाई रमेश बल्हारा असम राइफल सेना की सेवा करते हुए घायल हो गए थे। उसके बाद उन्होंने वीआरएस लेनी पड़ी थी। परिवार में देशभक्ति कूट-कूटकर भरी है। ग्रामवासियों ने कहा कि बहु अकबरपुर के लाल शहीद रामपाल ने अपने दादा हजारी सिंह का नाम सुनहरे अक्षरों में लिख दिया। ग्रामवासियों व एडवोकेट विराट बल्हारा ने सरकार से शहीद परिवार में पत्नी को नौकरी, बच्चो को निःशुल्क शिक्षा व आर्थिक सहायता देने की मांग की। देश के प्रति न्योछावर होने वाले शहीद परिवार को सरकार को गोद लेना चाहिए और हर संभव मदद करनी चाहिए। इससे युवाओं में भी सेना के प्रति सम्मान बढेगा।
गांव बहु अकबरपुर ऐतिहासिक गांव है, बहुत से युवा सेना में है, देश सेवा के लिए यह क्रांतिकारी गांव है। देश की आजादी से लेकर अबतक देश के लिए गांव के लोग शहीद होते रहे है। शहीद के चचेरे भाई एडवोकेट विराट बल्हारा ने कहा कि हम सभी को अपने भाई की शहादत पर गर्व है। हम अपने बहुत से बच्चों को देश सेवा के लिए सेना में भेजना चाहते है। उन्होंने कहा कि उनकी तेहरवीं 30 दिसम्बर 2021 वीरवार को गांव बहु अकबरपुर में सुबह 9 बजे होगी। इस अवसर पर एसएचओ बहु अकबरपुर, राजसिंह, अशोक बल्हारा, सज्जन बल्हारा, एडवोकेट विराट बल्हारा, नरेंद्र, रमेश बल्हारा, वजीर सिंह, दिलावर सिंह, डॉ ओमकार, सज्जन, रमेश, देवेंद्र बल्हारा, राहुल, महाबीर बल्हारा, विजयपाल, पूर्व सरपंच कर्मबीर, ब्लॉक समिति मेम्बर राकेश, एडवोकेट बिजेंद्र नांदल, शमशेर नरवाल, संतोष देवी, भानी देवी, कमलेश, सुदेश, प्रेमवती आदि मौजूद रहे।