हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच ने गांव रामपुरा का किया निरीक्षण
गांव की 6 एकड़ जमीन पर बनेगा तालाब, तालाब और घाट के निर्माण पर खर्च किया जाएगा 20 लाख का बजट
पंचायतें व्यर्थ जमीन पर तालाब बनवाने के लिए कर सकती है सम्पर्क
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच ने कहा कि सरस्वती चैनल के किनारे गांव गजलाना से पिपली तक जल संरक्षण और बरसाती पानी के प्रबंधन के उदेश्य से 10 बड़े तालाब बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड की तरफ से बजट भी निर्धारित किया है। अहम पहलू यह है गांव रामपुरा, संघोर और बिहोली में तालाब बनाने के लिए पंचायत द्वारा जमीन उपलब्ध करवा दी गई है। इन तालाबों से पंचायतों को भी आर्थिक रुप से फायदा होगा। उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच शुक्रवार को बाबैन खंड के गांव रामपुरा में सरस्वती चैनल के निकट बनने वाले तालाब की जगह का निरीक्षण करने के उपरांत अधिकारियों से बातचीत कर रहे थे।
इससे पहले उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच ने गांव रामपुरा में सरस्वती चैनल के नजदीक तालाब के लिए उपलब्ध करवाई गई 6 एकड़ जमीन का निरीक्षण किया। यह जमीन ग्राम पंचायत द्वारा भट्टïे के लिए प्रयोग की जा रही थी और इस जमीन पर खुदाई का कार्य भी पहले से ही हो चुका है। उपाध्यक्ष ने ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि गांव रामपुरा की इस जमीन का सदुपयोग किया जाएगा और इस भट्टों वाली जमीन को तालाब क स्वरुप दिया जाएगा। इस तालाब में बरसात के दिनों में पानी भरा जाएगा ताकि गांव का पानी गांव में है रह सके और इस पानी का सदुपयोग किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरस्वती बोर्ड की तरफ से गांव गजलाना से पिपली तक 10 तालाब बनाने के लक्ष्य में से गांव संघोर, बिहोली और रामपुरा में तालाब बनाने के लिए जमीन पंचायत की तरफ से उपलब्ध करवा दी गई है।
बोर्ड की तरफ से गांव रामपुरा में शीघ्र ही तालाब बनाने के साथ-साथ घाट का निर्माण करने का कार्य शुरु कर दिया जाएगा। इस तालाब के साथ गांव टाटका और मरचेहड़ी तक सरस्वती चैनल के किनारे वाले मार्ग के पक्का भी किया जाएगा ताकि इस मार्ग पर पैदल और दोपहिया वाहन चल सके। इन तालाबों का निर्माण होने से बाबैन ब्लॉक को डार्क जोन की स्थिति से उभारा जा सकता है, क्योंकि तालाब भरने के बाद 1 किलोमीटर क्षेत्र में भूजल स्तर में सुधार होगा। इन तालाबों के निर्माण से पशु-पक्षी भी सहजता से पानी पी सकेंगे और इसका पानी लोगों के आचमन के लिए भी प्रयोग में आ सकता है।
पंचायत अपनी व्यर्थ जमीन का बोर्ड के माध्यम से कर सकती है सदुपयोगबोर्ड के उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच ने कहा कि सरस्वती चैनल के निकट जिस गांव में भट्टों की जमीन या फिर खुदाई वाली जमीन व्यर्थ पड़ी है। इस प्रकार की ग्राम पंचायतें हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड से संपर्क कर सकती है। इस जमीन पर बोर्ड की तरफ से तालाब का निर्माण किया जाएग। इससे गांव को भी आर्थिक रुप से फायदा होगा। उन्होंने कहा कि बोर्ड की तरफ से एक तालाब के निर्माण पर करीब 20 लाख रुपए की राशि खर्च की जाएगी।