वैश्य समाज उन्नति का परिचायक, खुशहाली और विकास का रास्ता वैश्य समाज ही प्रदर्शित करता है
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। अग्रवाल वैश्य समाज के द्विवार्षिक चुनाव में एक बार फिर ध्वनिमत से अशोक बुवानीवाला को आगामी दो वर्षों के लिए प्रदेश अध्यक्ष व कुरुक्षेत्र के राजेश सिंगला को महासचिव चुना गया। समाज के वार्षिक उत्सव एवं आम सभा की बैठक के पश्चात अशोक बुवानीवाला ने वैधानिक रूप से अपनी कार्यकारिणी को भंग किया। तत्पश्चात चुनाव अधिकारी एम.पी. जैन ने संस्था के संविधान अनुरूप नई कार्यकारिणी के चुनाव हेतू चुनाव प्रक्रिया को आगे बढ़ाया। चुनाव अधिकारी एम.पी. जैन ने प्रदेशभर से आए वैश्य बंधुओं से अध्यक्ष एवं महासचिव पद के लिए आवेदन मांगे, परन्तु मौके पर उपस्थित समस्त वैश्य बंधुओं ने चुनाव की बजाए सर्वसम्मति से अशोक बुवानीवाला का नाम प्रस्तावित किया। इसी प्रकार कुरुक्षेत्र के राजेश सिंगला के नाम पर भी समस्त बंधुओं एकजुटता दिखाई।
चुनाव न होने की स्थिति में चुनाव अधिकारी एम.पी. जैन ने आगामी दो वर्षों के लिए पुन: अशोक बुवानीवाला को अध्यक्ष व राजेश सिंगला के महासचिव बनने की घोषणा करते हुए उन्हें अपनी कार्यकारिणी गठन का अधिकार दिया। उल्लेखनीय है कि अग्रवाल वैश्य समाज अपनी स्थापना के 13वें वर्ष में प्रवेश कर गया है। इस दौरान वैश्य समाज ने अशोक बुवानीवाला के नेतृत्व पर लगातार 7वीं बार अपना विश्वास जताया है। चुनाव से पूर्व समाज का वार्षिक उत्सव बड़े ही भव्य समारोह के साथ मनाया गया। समारोह का आयोजन कुलदेवी लक्ष्मी व महाराजा अग्रसेन के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया।
समारोह अध्यक्ष एवं लगातार 7वीं बार समाज की बागडोर संभाल रहे अशोक बुवानीवाला ने एक बार फिर उन पर विश्वास जताने के लिए प्रदेशभर के वैश्य समाज का आभार प्रकट करते हुए कहा कि समाज का ये प्यार और विश्वास न सिर्फ भावनात्मक रूप से बल्कि और भी अधिक जिम्मेदारी के साथ इस पद का निर्वहन करने के लिए मजबूत बनाने वाला है। उन्होंने कहा कि समाज के स्वाभिमान को जगाने एवं राजनीतिक भागीदारी के संकल्प के साथ जो मुहिम आज से 12 वर्ष पहले जारी की गई थी, अब और भी अधिक ऊर्जा के साथ काम करेगी। समाज को विश्वास दिलाते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर ये भरोसा नहीं टूटने देंगे। वहीं लगातार तीसरी बार महासचिव बने राजेश सिंगला ने भी समाज का आभार जताते हुए कहा कि पुन: की भांति आगामी सत्र में भी संगठन का व्यापक विस्तार और समाज को एक सूत्र में पिरो कर रखने का काम किया जाएगा।