नए छात्रों का ऑनलाइन पंजीकरण करने में मिलेगी मदद
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ ने बुधवार को विश्वविद्यालय के कमेटी रूम में आईयूएमएस परियोजना (एकीकृत विश्वविद्यालय प्रबंधन प्रणाली) के पंजीकरण मॉड्यूल का शुभारंभ किया। कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि डिजीटलीकरण के दौर में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का यह बड़ा कदम है जो विश्वविद्यालय की आटोमेशन की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि आईयूएमएस पोर्टल के पंजीकरण मॉडयूल द्वारा शैक्षणिक सत्र 2021-22 से यूटीडी और 284 संबद्ध कॉलेजों के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा चलाए जा रहे किसी भी पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने वाले सभी नए छात्रों के पंजीकरण की प्रक्रिया को पूरा करेगा। यह मॉड्यूल कॉलेजों को इस पोर्टल के माध्यम से सीधे छात्रों के ऑनलाइन पंजीकरण रिटर्न भरने में मददगार होगा। कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ ने बताया कि आने वाले दिनों में केयूके आईयूएमएस परियोजना के इस मॉड्यूल का उपयोग परीक्षा फॉर्म भरने, रोल नंबर भेजने, हॉल टिकट जनरेशन, परिणाम की घोषणा, मार्कशीट, डिग्री और माइग्रेशन सर्टिफिकेट आदि के वितरण के लिए किया जाएगा।
कुवि की डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. मंजुला चौधरी ने बताया कि अब कॉलेज इस मॉड्यूल के माध्यम से एकल ऑनलाइन भुगतान भी कर सकेंगे जिसमें पंजीकरण, वाईआरसीएस, एनएसएस, खेल, पूर्व छात्र, डीवाईसीए और हॉलिडे होम आदि का भुगतान शामिल होगा। यह मॉड्यूल विश्वविद्यालय व कॉलेजों के छात्रों से संबंधित सभी सेवाओं को सुचारू रूप से प्रदान करने में सहायक होगा।
आईयूएमएस के ई-गवर्नेंस प्रोजेक्ट के कोआर्डिनेटर प्रो. प्रदीप कुमार ने बताया कि सभी स्टेक होल्डर्स को विश्वविद्यालय की पहल के बारे में जागरूक करने और इसे प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए एक ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में 220 से अधिक महाविद्यालयों/संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। गौरतलब है कि इस वर्ष जून 2021 के महीने के दौरान, विश्वविद्यालय द्वारा एकीकृत विश्वविद्यालय प्रबंधन प्रणाली (आईयूएमएस) को लागू करने की पहल करते हुए सभी यूटीडी पाठ्यक्रमों के लिए ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया के साथ-साथ ऑनलाइन छात्रावास आवंटन की प्रक्रिया को भी इसी पोर्टल के द्वारा पूरा किया गया है।
प्रो. प्रदीप कुमार ने बताया कि अन्य सभी मॉड्यूल पर काम चल रहा है और उम्मीद है कि मार्च 2022 के अंत तक यह पूरी तरह से लागू हो जाएगें। उन्होंने यह भी बताया कि इससे विद्यार्थी पोर्टल पर एक बार पंजीकृत करके विभिन्न कोर्सो के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. मंजुला चौधरी, कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा, प्रो. अनिल वोहरा, प्रो. पवन शर्मा, प्रो. ब्रजेश साहनी, प्रो. डीएस राणा, प्रो. संजीव अग्रवाल, प्रो. अनिल मित्तल, डॉ. राकेश, डॉ. गगनदीप सिंह, राजेश सोबती, कुलपति के ओएसडी पवन, सहायक कुलसचिव डॉ. दीपक शर्मा व डॉ. जितेन्द्र जांगड़ा, संदीप सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।