खिलाडियों के गांव में पहुंचने पर अभिभावकों ने बांटी मिठाइयां
कुरुक्षेत्र के अशोक सैनी दे रहे हैं निशुल्क प्रशिक्षण, ताइक्वांडो में बच्चों को ले जाना चाहते हैं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर
अनेक गांवों के बच्चे ले रहे हैं निशुल्क प्रशिक्षण
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। सरकार द्वारा जहां खेलों इण्डिया एवं खेलों हरियाणा के माध्यम से खेलों और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है वहीं कुरुक्षेत्र में एक ऐसा गांव भिवानी खेड़ा है जहां एक कोच पिछले कई महीनों से विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को ताइक्वांडो का निशुल्क प्रशिक्षण दे रहे हैं। उन्हीं की बदौलत गांव के 34 बच्चों ने अम्बाला में हरियाणा राज्य ताइक्वांडो एसोसिएशन द्वारा आयोजित 12वें हरियाणा कप प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाते हुए 9 गोल्ड, 3 सिल्वर तथा 9 ब्रॉन्ज़ मैडल जीते। इस प्रकार कुरुक्षेत्र के इन खिलाडियों ने कुल 21 मैडल हासिल किए। इन खिलाड़ियों को कुरुक्षेत्र के गांव बाहरी के रहने वाले युवा कोच अशोक सैनी द्वारा निशुल्क प्रशिक्षण दिया गया। अशोक सैनी के मार्गदर्शन में भिवानी खेड़ा के खिलाडियों ने सब जूनियर, कैडेट, जूनियर तथा सीनियर वर्ग की प्रतियोगिताओं में भाग लिया।
इस शानदार प्रदर्शन के बाद गांव में लौटने पर ग्राम वासियों तथा अभिभावकों द्वारा खिलाडियों व उनके कोच का जोरदार स्वागत किया गया। मिठाइयां बांटी गई। ऐसे में आज के समय में जहां हर किसी का मकसद पैसा कमाना है लेकिन कुरुक्षेत्र के अशोक सैनी के प्रशिक्षण से बच्चों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में मेडल ही हासिल नहीं किए बल्कि स्वयंरक्षण में भी उत्साहित हुए। अनेकों गांवों के बच्चों के साथ अभिभावक भी उत्साहित नजर आने लगे हैं। अशोक सैनी ने बताया कि पिछले कई महीनों से बच्चों को निशुल्क प्रशिक्षण दे रहे हैं। बच्चों के साथ गांव वाले और विशेषकर अभिभावक भी बहुत रुचि ले रहे हैं। बच्चों में काफी उत्साह है। अशोक सैनी ने कहा कि उनका मकसद इन ग्रामीण बच्चों को राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लेकर जाना है। सैनी का सपना है कि बच्चे बुलंदियों पर पहुंचें। उन्होंने बताया कि स्कूल स्तर पर, विश्वविद्यालय स्तर पर तथा जॉब में भी ताइक्वांडो को शामिल कर लिया गया है।
आज के समय में विशेषकर लड़कियों को स्वयं रक्षण के लिए ताइक्वांडो सीखना बहुत जरूरी है। समाज में जिस तरह छेड़छाड़ एवं बलात्कार की घटनाओं को देखते हुए ताइक्वांडो का प्रशिक्षण जरूरी है। सैनी ने बताया कि उनके बच्चे विभिन्न प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा दिखाकर अनेक मैडल हासिल कर चुके हैं। अभिभावकों ने बताया कि आज के युग में बच्चों को स्वयंरक्षण के लिए ताइक्वांडो सीखना बहुत जरूरी है। अशोक सैनी का प्रयास बच्चों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लेकर जाने का है। गांव भवानीखेड़ा की युवती हिमांशी ने बताया कि कोच अशोक बच्चों को निशुल्क प्रशिक्षण देते हैं तथा अगर समान की जरूरत है तो समान दिलाते हैं। राज्य स्तर पर मैडल हासिल कर चुके हैं। प्रशिक्षण प्राप्त कर रही बच्ची ने बताया कि अशोक सैनी के मार्गदर्शन में अनेक मैडल हासिल कर चुके हैं और अगली प्रतियोगिता के लिए अभ्यास कर रहे हैं। अभिभावक रेखा ने बताया कि उसके बच्चे स्टेट लेवल पर मैडल हासिल कर रहे हैं। लड़कियों को इस तरह का प्रशिक्षण लेना चाहिए। इस अवसर पर सतपाल, पवन कुमार, विकराज, दीदार सिंह, बलजिंद्र सिंह, चंद्रभान, प्रवीण कुमार, कृष्ण कुमार, प्रिंस व रजनीश सहित अनेक अभिभावक मौजूद थे।