न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। हरियाणा की लोक पारम्परिक विरासत के माध्यम से युवाओं को जोडक़र उनको पुरातन संस्कृति से रूबरू करवायेगा विरासत हेरिटेज विलेज यह उद्गार महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रो. राजवीर सिंह एवं उनकी पत्नी डॉ. शरणजीत कौर ने संयुक्त रूप से विरासत हेरिटेज के अवलोकन के पश्चात अभिव्यक्त किए। उन्होंने कहा कि यहां पर प्रदर्शित किए गए हरियाणा के लोक पारम्परिक परिवहन के साधन विशेष रूप से आकर्षण का केन्द्र हैं। इसके साथ ही उन्होंने यहां पर उगाई गई ऑर्गेनिक खेती तथा मेडिक़ल प्लांट्स का भी अवलोकन किया।
इस मौके पर उन्होंने हरियाणा के हस्तशिल्प से संबंधित अनेक विषय-वस्तुओं को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए। उन्होंने विरासत की भावी योजनाओं के विषय में जानते हुए कहा कि आने वाले दिनों में युवाओं की गतिविधियां यहां पर अधिक से अधिक आयोजित की जानी चाहिएं ताकि युवा पीढ़ी हरियाणा की लोक पारम्परिक विरासत से रूबरू हो सके। इस अवसर पर उन्होंने हरियाणा की फुलझड़ी के नवीन स्वरूप का अवलोकन भी किया। इस मौके पर विरासत की ओर से डॉ. महासिंह पूनिया ने प्रो. राजवीर सिंह व डॉ. शरणजीत कौर को यादगार स्वरूप एक लोक पारम्परिक पीढ़ा स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट किया।