राज्य व जिला स्तर पर किसानों को मिलेंगे नगद पुरस्कार
10 हजार रुपए से लेकर मिलेगा 5 लाख तक का नगद पुरस्कार
राज्य स्तर पर प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी में मिलेगा पुरस्कार
प्रत्येक जिले में सांत्वना पुरस्कार के रुप में भी मिलेंगे 4-4 पुरस्कार
राज्य व जिला स्तर पर गठित कमेटी करेगी किसानों का चयन
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। उपायुक्त मुकुल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रगतिशील किसान सम्मान योजना का उद्देश्य प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में योगदान के लिए कृषि तथा संबंधित क्षेत्रों में बढ़ती आय से सर्वश्रेष्ठ कृषि प्रणालियों को अपनाने के लिए प्रगतिशील किसानों को प्रेरित करना है। प्रगतिशील किसानों की पहचान तथा उन्हें सम्मानित करने से स्थायी कृषि लक्ष्यों को प्राप्त करने तथा साथी किसानों को सर्वोत्तम कृषि प्रणालियों को अपनाने के लिए प्रेरित करेगा। इस पुरस्कार के लिए किसान एग्रीहरियाणा.जीओवी.इन पर 15 जनवरी 2022 तक अपना आवेदन कर सकते है।
उपायुक्त मुकुल कुमार ने बातचीत करते हुए कहा कि इस योजना के तहत चयनित किसानों को कृषि तथा संबंधित क्षेत्रों में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए नकद इनाम/पुरस्कार प्रदान करके सुविधा प्रदान की जाएगी। किसानों को विभिन्न कृषि फसलों की उच्च उत्पादकता प्राप्त करने के साथ-साथ नई तकनीकों जैसे पानी की बचत, फसल अवशेष प्रबंधन, टिकाऊ कृषि, जैविक खेती और एकीकृत कृषि प्रणालियों को अपनाने के लिए, उनके योगदान के लिए प्रेरित करने के लिए, किसानों को नकद इनाम/पुरस्कार वार्षिक आधार घर प्राप्त किसानों को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 10 एकड़ से ज्यादा भूमि वाले किसानों को राज्य स्तर पर प्रथम एक इनाम के रुप में 5 लाख रुपए, द्वितीय इनाम के रुप में दो पुरस्कार में 3-3 लाख रुपए और तृतीय पुरस्कार के रुप में 5 पुरस्कारों के लिए 1-1 लाख रुपए का नगर पुरस्कार दिया जाएगा।
इसी प्रकार जिला स्तर पर प्रत्येक जिले में 4-4 किसानों को सांत्वना पुरस्कार के रुप में 50 हजार रुपए प्रति किसान प्रदान किए जाएंगे। इस प्रकार कुल 96 पुरस्कारों के रुप में 60 लाख रुपए की नगद राशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि 5-10 एकड़ से भूमि वाले किसानों के लिए लागू प्रत्येक जिले के 4 किसानों को 50000 प्रति पुरस्कार दिया जाएगा। कुल पुरस्कारों की संख्या 88 होगी, जिन किसानों के पास 5 एकड़ से कम जमीन है और वे कृषि एवं बागवानी में उत्कृष्ट कार्य कर रहे है, वे भी प्रतियोगिता में भाग ले सकेगें। उन्हें 10 हजार प्रति एकड़ अधिकतम 50 हजार रुपए प्रति किसान की धनराशि से पुरस्कृत किया जाएगा। इस श्रेणी में पुरस्कारों की कुल संख्या का निर्णय तय किया जाना है।
किसानों को कृषि तथा संबंधित क्षेत्रों में उपलब्धि के साथ-साथ नवीनतम तकनीक अपनाने के आधार पर चुना जाएगा। पुरस्कृत किए जाने वाले किसानों का चयन अंक प्रणाली द्वारा किया जाएगा, जिसमें फसल कटाई प्रयोगों के आधार पर प्रमुख फसलों में उत्पादकता, जैविक खेती, फसल विविधीकरण, सूक्ष्म सिंचाई, बागवानी/सब्जियों, पशुपालन, मत्स्य पालन, प्रौद्योगिकी/मूल्य संवर्धन, अतिरिक्त सामान्य गतिविधि के लिए 10-10 अंक व फसल अवशेष प्रबंधन, मृदा स्वास्थ्य कार्ड के आधार पर पोषक तत्व प्रबंधन के लिए 5-5 अंक सहित कुल 100 अंक प्रदान किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि नकद पुरस्कारों को प्राप्त करने के लिए प्रगतिशील किसानों का चयन जिला स्तर पर गठित चयन समिति द्वारा किया जाएगा, जिसके अध्यक्ष उपायुक्त होंगे। इसी प्रकार उपनिदेशक पशुपालन विभाग, जिला बागवानी अधिकारी, जिला मत्स्य अधिकारी, समन्वयक कृषि विज्ञान केन्द्र सदस्य के रुप में शामिल होंगे और उप कृषि निदेशक सदस्य सचिव होंगे। कृषि व संबंधित क्षेत्र के 4 प्रगतिशील किसानों को उपायुक्त द्वारा नामित किया जाएगा, ये किसान प्रगतिशील किसान प्रतिस्पर्धा का हिस्सा नहीं होंगे। राज्य स्तरीय पुरस्कारों के लिए चयनित किसानों की सूची राज्य स्तरीय समिति को भेजी जाएगी, जिसमें महानिदेशक कृषि एवं किसान कल्याण विभाग अध्यक्ष होंगे और महानिदेशक बागवानी, महानिदेशक पशुपालन, निदेशक मत्स्य पालन सदस्य तथा अतिरिक्त निदेशक (विस्तार) सदस्य सचिव होंगे।