मातृभूमि सेवा मिशन के 19वें स्थापना दिवस, आजादी के अमृतोत्सव, स्वामी विवेकानंद जयंती
राष्ट्रीय युवा दिवस एवं मकर संक्रान्ति के उपलक्ष्य में आयोजित पंच दिवसीय कार्यक्रम के चतुर्थ दिवस पर कार्यक्रम संपन्न
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। भारत का आध्यात्मिकता से परिपूर्ण वेदान्त दर्शन अमेरिका और यूरोप के हर एक देश में स्वामी विवेकानन्द की वक्ता के कारण ही पहुँचा। उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी जो आज भी अपना काम कर रहा है। वे रामकृष्ण परमहंस के सुयोग्य शिष्य थे। यह उद्गार हरियाणा शुगरफैड के चेयरमैन रामकरण काला ने मातृभूमि सेवा मिशन के 19वें स्थापना दिवस, आजादी के अमृतोत्सव, स्वामी विवेकानंद जयंती, राष्ट्रीय युवा दिवस एवं के उपलक्ष्य में पांच दिवसीय कार्यक्रम के चतुर्थ दिवस आयोजित आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में युवा पीढ़ी की भूमिका विषय पर विचार गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता एवं स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण, पुष्पार्चन एवं दीप प्रज्जवलन से कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हरियाणा शुगरफैड के चेयरमैन रामकरण काला, विशिष्ट अतिथि साहिब सिंह पटवा एवं मिशन के संस्थापक डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र ने संयुक्त रूप से किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हरियाणा शुगरफैड के चेयरमैन रामकरण काला ने कहा कि मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा संचालित सभी सेवा प्रकल्प अपने आप में अद्वितीय हैं। मातृभूमि सेवा मिशन समाज के असहाय एवं जरूरतमंदों को नारायण का स्वरूप मानकर जो सेवा कर रहा है, वह अपने में एक मिशाल है। मैं आज इस आश्रम परिसर में आकर अपने को अभिभूत एवं आनंदित महसूस कर रहा हूँ। यह मिशन वास्तविक रूप से स्वामी विवेकानंद के संदेशों को आत्मसात कर राष्ट्र निर्माण एवं आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। देश की युवा पीढ़ी सद्संकल्प एवं दृढ़ इच्छा शक्ति से ही भारत आत्मनिर्भर राष्ट्र बन सकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मिशन के संस्थापक डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा कि युवा राष्ट्र का संरचनात्मक और कार्यात्मक ढांचा है। हर राष्ट्र की सफलता का आधार उसकी युवा पीढ़ी और उनकी उपलब्धियाँ होती हैं। राष्ट्र का भविष्य युवाओं के सर्वांगीण विकास में निहित है। इसलिए युवा राष्ट्र निर्माण में सर्वोंच्च भूमिका निभाते हैं। आज का युवा, राष्ट्र के कल की स्थिति को आकार देने जा रहा है और इसलिए युवाओं को पर्याप्त अवसर देकर उनकी शक्ति और क्षमता का उपयोग किया जाना चाहिए। दूसरा लेकिन सबसे महत्वपूर्ण कारक युवाओं को सशक्त बनाना है, क्योंकि उनके सामने विभिन्न चुनौतियां होती हैं जिनका वे सामना करते हैं।
कार्यक्रम के अति विशिष्ट अतिथि साहिब सिंह खरींडवा एवं विशिष्ट अतिथि माननीय पंजाब एंव हरियाणा उच्च न्यायालय के अधिवक्ता एड़वोकेट विवेक गोयल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में कुरुक्षेत्र संस्कृत वेद विद्यालय एवं छात्रावास के ब्रह्मचारियों को वैदिक सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के लिए अनवरत कार्य करने के लिए मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा अंग वस्त्र एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। मातृभूमि सेवा मिशन की ओर से मुख्य अतिथि हरियाणा शुगरफैड के चेयरमैन रामकरण काला ने को प्रतीक चिन्ह एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जसबीर राणा, डॉ. राजीव कवात्रा, कपिल शर्मा, काइंड बिंगस के अध्यक्ष राघव गर्ग, विरेन्द्र राठौर सहित अनेक सामाजिक, आध्यात्मिक एवं धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधि जन उपस्थित रहे।