प्रेरणा वृद्धाश्रम में चलाए जा रहे समाज सेवा के अनेक प्रकल्प अद्वितीय व असाधारण हैं, समाज सेवा के क्षेत्र में प्रेरणा संस्था ने अनन्य पहचान बनाई : न्यायमूर्ति ललित बतरा
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। प्रेरणा वृद्धाश्रम में चलाए जा रहे समाज सेवा के अनेक प्रकल्प अद्वितीय व असाधारण हैं। समाज सेवा के क्षेत्र में प्रेरणा संस्था ने अनन्य पहचान बनाई है। यह शब्द पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति ललित बतरा ने रामस्वरूप ऑडिटोरियम के उद्घाटन अवसर पर कहे। प्रेरणा वृद्ध आश्रम परिसर में श्री रामस्वरूप सिंगला सेवा ट्रस्ट कुरुक्षेत्र के द्वारा निर्मित रामस्वरूप ऑडिटोरियम का मांगलिक लोकार्पण मुख्य अतिथि पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति ललित बतरा, अजय शारदा सेशन जज कुरुक्षेत्र, प्रेरणा के संस्थापक अध्यक्ष एवं ट्रस्ट के चेयरमैन जय भगवान सिंगला, ट्रस्टी ज्वैल सिंगला, आदित्य सिंगला, प्रेरणा की अध्यक्षा रेनू खुंगर, हरियाणा ग्रंथ अकादमी के पूर्व निदेशक डॉ विजय दत्त शर्मा, डॉ रामेंद्र सिंह, निदेशक विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के कर कमलों से हुआ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति ललित बतरा ने कहा कि समाज सेवा एक पुण्य कार्य हैं। इसके कारण लोग अमर हो जाते हैं तथा उन्हें सदियों तक याद भी किया जाता है। बड़ी से बड़ी सामाजिक बुराई को समाज सेवा रुपी हथियार की मदद से दूर किया जा सकता है। गोस्वामी तुलसीदास ने बहुत ही सुंदर कहा है कि दूसरों की भलाई से बढ़कर कोई भी धर्म नहीं हैं। इस अवसर पर सारस्वत अतिथि केशनी आनंद अरोड़ा ने ई माध्यम से अपना संदेश देते हुए कहा कि व्यक्ति की प्रगति से ही समाज में सुधार होता है और व्यक्ति का विकास समाज के विकास में परिलक्षित होता है। इसलिए समाज सेवा को मानव जाति का सर्वश्रेष्ठ धर्म माना गया है। इस अवसर पर मुंबई से कला साधिका सुनीता शर्मा ने अपने ई माध्यम से अपना संदेश रखा। उन्होंने कहा कि इस प्रेरणा वृद्धाश्रम प्रांगण की सुगंध चारों ओर फैल चुकी है। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत सुख और स्वतंत्रता को पीछे रख कर समाज सेवा करना एक सामाजिक कार्यकर्ता का आदर्श है। स्वार्थ का त्याग करके मदद करना ही वास्तविक समाज सेवा है।
इस अवसर पर जय भगवान सिंगला ने सभी अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए कहा कि पूज्य पिता रामस्वरूप की स्मृति में बनाया गया यह सभागार निश्चित रूप से न सिर्फ आश्रम के वृद्धों के मनोरंजन के लिए अपितु समाज की अन्य समाजसेवी संस्थाओं के लिए वरदान सिद्ध होगा। कमलदीप कौर के द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। इस अवसर पर कलाकार रविंदर रवि कुरुक्षेत्र के द्वारा भजन प्रस्तुत किए गए। श्री रामस्वरूप सिंगला सेवा ट्रस्ट के द्वारा पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति ललित बतरा, डॉ रामेंद्र सिंह, निदेशक विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान को अभिनंदन पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही समाज के क्षेत्र में अद्वितीय कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया जिनमें डॉ रविंद्र सिंह निदेशक विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान को अभिनंदन पत्र से सम्मानित किया गया और इसके साथ ही विमल विनोद वशिष्ट को लोक सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही ट्रस्ट के द्वारा मुख्य अतिथियों को अभिनंदन पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।
इसी अवसर पर अतिथियों के द्वारा जय भगवान सिंगला द्वारा लिखी गई पुस्तक हरियाणा की लोक परंपराएं का विमोचन भी हुआ। इस अवसर पर मीरा गौतम, अन्नपूर्णा शर्मा, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर 30 के प्रधान पं. सुरेश कुमार, डॉ. हरबंस कौर डॉक्टर बलवान सिंह, हसला के उपप्रधान डॉ तरसेम कौशिक, भगवान परशुराम कॉलेज के प्रधान सतपाल शर्मा, वसुधैव कुटुंबकम संस्कृति सेवा आयाम के महासचिव डॉ. केवल कृष्ण, अतुल शास्त्री, प्रवीण शर्मा, चंद्रकांता, कौशल देवी, सीमा देवी, वीणा देवी, शकुंतला देवी, सुधा गुप्ता, रघुवीर सिंह, सीता देवी, पुखराज, योगेंद्र सिंह, वीर श्रीवास्तव व अशोक जयसिंघानी उपस्थित रहे।