अखंड भारत के प्रथम प्रधानमंत्री सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज के सेनानियों की यादें अजर अमर रखने के लिये स्वतंत्रता सेनानी म्यूजियम और शिलालेख पट्ट जिला मुख्यालयों पर बनाने की मांग
न्यूज डेक्स संवाददाता
रेवाड़ी। आजाद हिंद फौज के गुमनाम सेनानियों को स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा दिलवाने की मांग को लेकर एक प्रतिनिधि मंडल भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ से मिला। आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान प्रतिनिधि मंडल में शामिल सदस्यों ने हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ से मांग की है कि आजाद हिंद फौज के सेनानियों की यादों को चिरस्थाई बनाने के लिये उनकी जीवनी पाठ्यक्रम में शामिल करने,स्वतंत्रता सेनानी म्यूजियम व शिलालेख पट राज्य के प्रत्येक जिला मुख्यालयों पर लगें। इस प्रतिनिधि मंडल में गुमनाम सेनानियों को स्वतंत्रता सेनानियों का दर्जा दिलवाने के लिये प्रयासरत प्रतिनिधिमंडल सामाजिक कार्यकर्ता डॉ.आर.के.जांगड़ा विश्वकर्मा सदस्य स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा सरकार और सामाजिक कार्यकर्ता श्रीभगवान फौगाट शामिल रहे।
इस अवसर पर डॉ. विश्वकर्मा ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ को बताया कि हरियाणा के आजाद हिंद फौज के सेनानियों का स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। हरियाणा के सेनानियों ने सुभाष चंद्र बोस के आह्वान पर बगावत कर आजाद हिंद फौज में हिस्सा लिया था और वह लड़ाई में शहीद हुयें व पकड़े गयें जवान अंग्रेजी सेनाओं की जेलों में यातनाएं सहते हुयें शहीद हुये। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की सेना के गुमनाम सिपाहियों का रिकॉर्ड आजाद हिंद फौज परिजनों तक पहुंचाना आजादी के अमृत महोत्सव पर उनका उचित सम्मान होगा।
डॉ.विश्वकर्मा ने कहा अंग्रेजी हुकूमत और पूर्व की केंद्र सरकारों द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों को आजाद हिंद फौज के सेनानी का दर्जा देने में भेदभाव पूर्ण नीति अपनाई गई। उन्होंने कहा स्वतंत्रता सेनानी देश की धरोहर है जिनकी बदौलत हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। डॉ.विश्वकर्मा ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के नेतृत्व में 129 सदस्य प्रतिनिधि मंडल ने 30 दिसंबर को पोर्ट ब्लेयर में झंडा फहरा कर देश के युवाओं को देशभक्ति के प्रति प्रेरित करने का संदेश हेतु सुभाष चंद्र बोस का चित्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
डॉ. विश्वकर्मा ने देश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ की अगुवाई में 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर प्रदेश भर में 7500 स्थानों पर 6 लाख लोग आजाद हिन्द फौज का तराना गाकर नेताजी व उनकी आजाद हिन्द फौज से जुड़े स्वतंत्रता सेनानियों को याद करनें की पहल स्वतंत्रता सेनानियों को सच्ची श्रद्धांजलि होंगी। प्रतिनिधिमंडल मे सामाजिक कार्यकर्ता श्रीभगवान फोगाट नें बताया सेनानियों का रिकॉर्ड अग्रेजी सेनाओं द्वारा आधा अधूरा दिया गया था। राष्ट्रीय अभिलेखागार कार्यालय में गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों का रिकॉर्ड आजाद हिद फौज गौरव गाथा इतिहास मौजूद है। प्रतिनिधि मंडल ने अखंड भारत के प्रथम प्रधानमंत्री सुभाष चंद्र बोस की गोपनीय फाइलों को राष्ट्रभक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उजागर करने पर उनका आभार व्यक्त किया गया।
उन्होंने कहा अखंड भारत के प्रथम प्रधानमंत्री सुभाष चंद्र बोस कों अनेकों देशों द्वारा मान्यता प्राप्त थी और उन्होंने 30 दिसंबर 1943 को आजाद भारत का झंडा अंडमान निकोबार में फहराया था। उस समय देश के इतिहासकारों ने महत्वपूर्ण घटनाओं को छुपाया था। हरियाणा के ऐसे सेनानियों की सख्या काफी ज्यादा है जिन्होंने आजाद हिद फौज में हिस्सा लिया था,उनको स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा नहीं दिया गया है,वह आज तक गुमनाम है। इस अवसर पर ढाकला जिला झज्जर के आजाद हिंद फौज के गुमनाम सेनानी प्यारेलाल का रिकॉर्ड ओमप्रकाश धनखड़ को सौंपकर उन्हें स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा दिलवाने का आग्रह किया गया। उन्होंने सकारात्मक सहयोग के आश्वासन के साथ मांग पूरी करने का आश्वासन दिया गया। प्रतिनिधिमंडल में डॉ.आर.के. जांगड़ा,श्रीभगवान फौगाट, छाजू राम शर्मा, उमेश कुमार, लालाराम, महेश कुमार, विनय यादव आदि विशेष रूप से उपस्थित थे।