परिवार पहचान पत्र प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना-मुख्यमंत्री
भविष्य में सरकार की योजनाओं का लाभ पीपीपी के माध्यम से ही मिलेगा
न्यूज डेक्स हरियाणा
चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकार ने लोगों की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य करने के लिए परिवार पहचान पत्र जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं क्रियान्वित की हैं ताकि सही और पात्र व्यक्तियों को सरकार की योजनाओं का लाभ सीधा मिल सके। मुख्यमंत्री आज यहां समर्पण पोर्टल के तहत जुड़े वॉलंटियर से सीधा संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समर्पण पोर्टल पर अब तक प्रदेश के 1485 लोगों ने स्वैच्छा से कार्य करने के लिए पंजीकरण किया है। पोर्टल में 1312 पुरुष एवं 173 महिलाएं स्वैच्छा से कार्य करने के लिए आगे आए हैं। इनमें सबसे अधिक युवा है । मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे वॉलंटियर्स बधाई के पात्र हैं जिन्होंने स्वेच्छा से कार्य करने की सहमति प्रदान की है। इन वॉलंटियर्स की शिक्षा, वृक्ष मित्र, पर्यावरण, खेल, महिला एवं बाल विकास जैसे क्षेत्रों में उनकी रूचि अनुसार सेवाएं ली जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार पहचान पत्र के माध्यम से अब तक प्रदेश के लगभग 67 लाख परिवारों के 2 करोड़ 73 लाख लोगों ने स्वंय अपना डाटा घोषित किया है। परिवार पहचान पत्र में जिन परिवारों की आर्थिक व सामाजिक स्थिति की जानकारी मिली है, उसका सत्यापन करने के लिए वॉलंटियर को लगाया जा रहा है। भविष्य में सरकार की योजनाओं का लाभ पीपीपी के माध्यम से ही मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वॉलंटियर्स की जिला स्तर पर लोकल लेवल कमेटियों में ड्यूटी लगाई जाएगी जो उनके कार्य क्षेत्र के आसपास ही होगी। लोकल लेवल कमेटियों में एक सरकारी कर्मचारी, डाटा एंट्री ऑपरेटर, कालेज के विद्यार्थी, सोशल वर्कर तथा वॉलंटियर्स शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि पहले चरण में आय सत्यापन, दूसरे चरण में जन्म तिथि तथा तीसरे चरण में व्यवसाय, शिक्षा, जाति आदि का सत्यापन किया जाएगा। सत्यापन के बाद पीपीपी एक दस्तावेज के रूप में कार्य करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अंत्योदय भाव से कार्य करके समाज के हर व्यक्ति का जीवन स्तर ऊंचा उठाना है। इसके लिए खण्ड स्तर पर अंत्योदय मेले भी लगाए गए हैं । इन मेलों में 90 हजार परिवारों से सीधी बातचीत कर उन्हें किसी न किसी व्यवसाय से जोड़ने का कार्य किया गया है। इस प्रकार सरकार हर परिवार की चिंता कर रही है ताकि उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने 25 से 30 वालंटियर से सीधा संवाद किया और उनके सुझाव भी आमंत्रित किए। इस मौके पर विदेश सहयोग विभाग के प्रधान सचिव योगेन्द्र चौधरी, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डा. अमित अग्रवाल भी मौजूद रहे।