अवार्ड प्राप्त करने वाले शिक्षक को मिलेगा 21 हजार रूपये का नकद पुरस्कार-कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा
शोध के लिए कुवि शिक्षकों में है भरपूर क्षमताः प्रो. सोमनाथ सचदेवा
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि शोध के क्षेत्र में यूनिवर्सिटी नम्बर वन बने, इसी को देखते हुए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की ओर से पहली बार साइंस व नान साइंस वर्ग के शिक्षकों को सात कैटेगरी में रिसर्च अवार्ड दिए गए हैं। केयू में शिक्षकों को प्रोजेक्ट के लिए ग्रांट तो मिलती थी लेकिन बेहतर रिसर्च करने पर अवार्ड देने का काम पहली बार किया जा रहा है। वे मंगलवार को 73वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर विश्वविद्यालय के कमेटी रूम में विश्वविद्यालय के शिक्षकों को 6 शोध कैटेगरी में अवार्ड घोषित करते हुए बोल रहे थे।
कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि इन रिसर्च अवार्डस को शिक्षकों को बेहतर शोध कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू किया जा रहा है ताकि शोध के क्षेत्र में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय भी देश-विदेश के बेहतर विश्वविद्यालयों के साथ शोध की गुणवत्ता के सभी मापदंडों पर खरा उतर सके। अवार्ड प्राप्त करने वाले प्रत्येक शिक्षक को 21 हजार रूपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। यह अवार्ड शोध के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को हर वर्ष प्रदान किए जाएंगे। कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि यह अवार्ड शोध कार्य को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ अनुसंधान के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने में मदद करेगा जिससे विश्वविद्यालय के छात्रों में भी नवाचार की भावना पैदा होगी।
छह कैटेगरी में दिए गए अवार्ड में बेस्ट रिसर्चर एच इंडेक्स के लिए बायोटेक्नोलॉजी के डॉ जितेन्द्र शर्मा को, बेस्ट रिसर्चर इम्पैक्ट में केमिस्ट्री विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. परवीन कुमार, बेस्ट रिसर्चर पब्लिकेशन्स साइंसिज में यूआईईटी के कम्प्यूटर साइंस विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. कुलविन्द्र सिंह, बेस्ट रिसर्चर पब्लिकेशन्स नॉन-साइंसिज में टूरिज्म एंड होटल मैनेजमेंट की प्रोफेसर डॉ. मंजुला चौधरी, बेस्ट कोलाब्रेशन में जियोफिजिक्स विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. आरबीएस यादव तथा बेस्ट रिसर्चर प्रोजेक्ट नॉन साइंस में आईआईएचएस के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रदीप एस चौहान को चुना गया है। कुवि के डीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रो. पवन शर्मा ने बताया कि अवार्ड के लिए कुल 72 आवेदन प्राप्त हुए थे।
इस मौके पर कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. मंजुला चौधरी, प्रो. अनिल वशिष्ठ, प्रो. अनिल वोहरा, प्रो. पवन शर्मा, प्रो. संजीव अग्रवाल, प्रो. बीएस बोदला, प्रो. सीसी त्रिपाठी, प्रो. अमित लुधरी, प्रो. शुचिस्मिता, प्रो. अमरजीत सिंह, प्रो. स्मिता चौधरी, प्रो. दिनेश कुमार, प्रो. अरविन्द्र मलिक, प्रो. ब्रजेश साहनी, लोक सम्पर्क विभाग के उपनिदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर व कुलपति के ओएसडी पवन कुमार मौजूद थे।