गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने गीता ज्ञान संस्थानम में किया ध्वजारोहण
जीओ गीता और युवा चेतना मंच की तरफ से आयोजित किया गया कार्यक्रम
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र।गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर सभी नागरिकों को एकता और सदभावना से काम करने की शपथ लेनी चाहिए। जब सभी नागरिक देश हित को जहन में रखकर काम करेंगे तो निश्चित ही गणतंत्र दिवस के मायने सच होंगे। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद गत्त दिवस 73वें गणतंत्र दिवस की पावन बेला पर जीओ गीता और युवा मंच की तरफ से आयोजित ध्वजारोहण कार्यक्रम में बोल रहे थे। इससे पहले गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, केडीबी सदस्य विजय नरुला, महेन्द्र सिंगला, राजेंद्र चोपड़ा, राजपाल, विक्रम, विजय बवेजा, रविन्द्र कुमार ने गीता ज्ञान संस्थानम के प्रांगण में ध्वजारोहण किया।
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने सभी नागरिकों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा की 26 जनवरी 1950 को देश का सविंधान लिखा गया और इस राष्टï्र को सार्वभो सता संपन्न राज्य घोषित किया गया। इस दिन भारत का एक नए राष्टï्र के रुप में उदय हुआ। इस नई सुबह के दिन देश के नागरिकों का शासन लागू हुआ। उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों को गणतंत्र दिवस की पावन बेला पर देश सेवा के लिए प्रण करना चाहिए और सभी को देश के संविधान का सम्मान करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि संविधान में भारत को सोसलिस्ट, डेमोक्रेटिक, सेक्यूलर रिपब्लिक बनाया गया। इसके अनुसार भारतीय जनता की इच्छा को ही सर्वप्रिय माना गया है। इस संविधान को बनाने में भारत रत्न डा. भीमराव अंबेडकर सहित उन विभूतियों को 26 जनवरी के पावन पर्व पर याद करते है, जिनके योगदान और शहादत की बदौलत भारत गणतंत्र बना। इस मौके पर दीपक आहुजा, श्याम लाल आहुजा, मंगत राम मेहता, केके कौशल, गुलशन मेहता, फतेहचंद गांधी, लखा सिंह, ढींगड़ा, तरुण धमीजा, भारत भारद्वाज, राजेन्द्र सिंगला, मनीष सिंधवानी, ममता आहुजा, सविता धवन, दीक्षा आहुजा, मेहता, रामपाल शर्मा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।