न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। आर्ष पद्धति को पुनर्जीवित करने वाले, व्याकरण के सूर्य और देश में पाखंड, अंधविश्वास को दूर कर लोगों में वेदों का प्रकाश फैलाने वाले आचार्य बलदेव जी महाराज की पुण्यतिथि पर आज गुरुकुल कुरुक्षेत्र परिवार ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इस अवसर पर गुरुकुल में विशेष हवन किया गया जिसमें गुरुकुल के प्रधान कुलवन्त सिंह सैनी, निदेशक व प्राचार्य कर्नल अरुण दत्ता तथा सह प्राचार्य शमशेर सिंह मुख्य रूप से मौजूद रहे।
गुरुकुल के प्रधान कुलवन्त सिंह सैनी ने कहा कि निश्चित तौर पर आचार्य बलदेव जी महाराज महान समाज सुधारक थे। आचार्य बलदेव जी ने आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा को न केवल दयनीय स्थिति से उबारा बल्कि दयानन्द मठ रोहतक को नवस्वरूप प्रदान किया। उनके नेतृत्व में आर्य प्रतिनिधि सभा ने वेद प्रचार अभियान चलाकर न केवल समाज से पांखण्ड, अंधविष्वास, जात-पात, ऊंच-नीच, कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुरीतियों को समाप्त करने का सराहनीय कार्य किया, बल्कि गुरुकुल कालवा में रहते हुए उन्होंने योगगुरु स्वामी रामदेव जैसे अनेक वैदिक विद्वान तैयार किये जो आज समाज को नई दिशा दिखा रहे हैं। कुलवन्त सैनी ने कहा कि करोंथा में अपनेआप को भगवान का अवतार बताने वाले रामपालदास को जेल पहुंचाने का कार्य भी आचार्य बलदेव जी के मार्गदर्शन में ही सफल हो पाया। हवन के उपरान्त गुरुकुल परिवार की एक सभा कर आचार्य बलदेव जी महाराज को श्रद्धाजंलि अर्पित की गई और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।