केयू प्रशासन ने एक वर्ष पूर्व समान कार्य समान वेतन का देने का वायदा किया था
आर्यन/न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 16 सिंतबर। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के अनुबंधित सहायक प्रोफेसर्स एसोसिएशन के कार्यकारिणी सदस्य डाॅ विवेक जैन के नेतृत्त्व में बुधवार को फिर एक बार फिर अनुबंधित सहायक प्रोफेसर्स ने अपराहन भोजन के समय शांतिपूर्ण तरीके से कुछ समय के लिए पूर्व वर्ष किये गए धरना स्थल पर एकत्रित होकर अधूरे वायदे की वर्षगांठ मनाई और कुवि प्रशासन को अधुरा वायदा पूरा करने की अपील की।
डाॅ विवेक जैन ने कहा कि हम उस अधूरे वायदे की वर्षगांठ मान रहे है जिसे विश्वविद्यालय प्रशासन ने उनसे गत वर्ष 16 सितंबर को किया था। अबतक हमें समान कार्य समान वेतन का लाभ नहीं दिया गया है इस बीच विश्वविद्यालय में दूसरा प्रशासन भी आ गया लेकिन हमारी मांग ज्यों की त्यों ही है। एसोसिएशन के कार्यकारिणी सदस्य डाॅ इम्तियाज अहमद ने कहा कि कुवि अनुबंधित सहायक प्रोफेसर्स राजकीय अनुबंधित स्कूल शिक्षकों से भी कही कम वेतन पा रहे हैं, जबकि प्रदेश के सभी राजकीय काॅलेजों एवं तेरह विश्वविद्यालयों में समान कार्य समान वेतन लागू हो गया है।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में भी इसे लागू करवाने के लिए गत वर्ष उक्त तिथि को शांतिपूर्ण धरने एवं भूख हड़ताल पर बैठे थे। प्रशासन ने इस वायदे के साथ धरने को जूस पीलाकर समाप्त करवाया था कि जल्द से जल्द अमुक अनुबंधित प्रोफेसर्स को समान कार्य समान वेतन का लाभ दे दिया जायेगा। डाॅ राहुल गर्ग ने कहा कि यूनिवर्सिटी कांट्रैक्ट अस्सिटेट प्रोफेसर्स एसोसिएशन (रजि.) के सभी 192 शिक्षक सदस्यों ने तत्तकालिन कुलपति प्रोफेसर कैलाश चंद्र शर्मा द्वारा मौखिक वायदे पर पूरा भरोसा किया था,लेकिन सभी को गौरतलब है कि पूर्व कुलपति शर्मा अपने किये वायदे से मुकर गये, इस संबंध में उनकी एसोसिएशन ने कुछ अंतराल के बाद नियमित रूप से अपनी मांग प्रशासन से करते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मौजूदा कार्यवाहक कुलपति डाॅ नीता खन्ना से समान कार्य समान वेतन संबंध में समय-समय पर मांग की जा रही है जिनका उन्होंने सकारात्मक रूख दे दिया है अब देखते है कि कब तक इसे पूरा करते है। इस अवसर पर डाॅ ज्ञानसागर, डाॅ सुशील कुमार ने संयुक्त रूप से कहा कि उनका प्रशासन से आग्रह कि हमारी जो लंबित मांग है उसे पर जल्द से जल्द लागू करे क्योकि यह मांग माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा सभी राज्यों पर लागू की गई है और उसे हरियाणा राज्य सरकार ने भी लागू किया है जिसे सभी राजकीय शैक्षणिक संस्थानों एवं गैर संस्थानो ने भी लागू किया है।
डाॅ. ज्ञानसागर ने कहा कि अगर प्रशासन द्वारा हमारी मांग को इस तरह दरकिनार करता रहा तो हम अनुबंधित शिक्षक महात्मा गांधी द्वारा समय समय पर किये गए सत्याग्रह की तरह ही करने को मजबूर होगे क्योंकि हमारे संविधान ने यह आजादी हमें दी है। इस अवसर पर डाॅ. योगिता, डाॅ सचिन वर्मा, डाॅ संजीव शर्मा, डाॅ शीलकराम, डाॅ नवीन चहल, डाॅ रोशन लाल, डाॅ तपेश, डाॅ सुरेंद्र शर्मा, डाॅ प्रदीप राय, डाॅ अभिनव आदि उपस्थित थे।