अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव 2022 को 200 किलोमीटर के 100 गांवों में मनाया गया धूमधाम से, सरकार की बजाए लोगों के सहयोग से हुए तमाम कार्यक्रम
न्यूज डेक्स हरियाणा
कुरुक्षेत्र। हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव 2023 का आयोजन देश के चार राज्यों में किया जाएगा। इस महोत्सव का खाका तैयार करके मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष रखा जाएगा। इस प्रस्ताव पर अनुमति मिलने के बाद महोत्सव बनाने की तैयारियां की जाएगी। अहम पहलू यह है कि अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव 2022 का आयोजन आदिबद्री से कैथल के गांव पौलड तक 200 किलोमीटर की परिधि में मनाया गया है। उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने रविवार को देर सायं बातचीत करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव का स्वरुप धीरे धीरे बड़े स्तर पर पहुंच रहा है। इस बार कोरोना महामारी के कारण अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव 2022 के कार्यक्रमों का आयोजन समिति स्तर पर किया गया। इस समिति दायरे में भी आदिबद्री से लेकर कैथल जिला के गांव पौलड़ में सरस्वती मंदिर तक करीब 200 किलोमीटर तक करीब 200 कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम प्राचीन सरस्वती नदी के किनारे स्थित 100 गांवों, 22 घाटों व 75 प्राचीन मंदिरों में किए गए है। उन्होंने कहा कि इस जगहों पर हवन यज्ञ, पूजा पाठ करने के साथ साथ भंडारों का आयोजन किया गया। इन सभी कार्यक्रमों को लोगों के सहयोग से किया गया है। इस कार्यक्रमों में सरकार के पैसे को खर्च नहीं होने दिया गया है। इस महोत्सव को लोगों का महोत्सव बनाने का प्रयास किया गया है। इस महोत्सव का शुभारंभ आदिबद्री से किया गया और समापन पिहोवा के सरस्वती तीर्थ पर किया गया। उपाध्यक्ष ने कहा कि आगामी अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव 2023 का आयोजन हिमाचल, हरियाणा, राजस्थान व गुजरात राज्यों में किया जाएगा। इस पवित्र नदी के उद्गम स्थल से लेकर गण कच्छ तक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ हरियाणा के सभी जगहों पर यानि यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, सिरसा, फतेहाबाद जिलों में भव्य कार्यक्रमों का खाका तैयार किया जाएगा। उनका प्रयास है कि सभी राज्यों में युवा पीढ़ी को सरस्वती नदीं के इतिहास के बारे में जानकारी मिल सके।