न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। उपायुक्त मुकुल कुमार ने कहा सभी विभागों के अधिकारी अप्रेंटिसशिप एक्ट के तहत प्रशिक्षुओं की नियुक्ति करना सुनिश्चित करे। इस मामले में देरी नहीं की जानी चाहिए। जो भी अधिकारी लापरवाही बरतेगा, उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी। उपायुक्त मुकुल कुमार वीरवार को लघु सचिवालय के सभागार में डीएएसी की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले आईटीआई के प्रिंसिपल जगमोहन ने सभी विभागों की खाली सीटों के बारे में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा आईटीआई प्रशिक्षुओं की नियुक्ति को लेकर सरकार के नियमों और स्थाई फंड राशि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उपायुक्त ने कहा कि राज्य सरकार के नियमानुसार सभी विभाग स्टाफ की संख्या के 10 फीसदी के हिसाब से आईटीआई अप्रिंटिस की नियुक्ति करेंगे और प्रथम वर्ष प्रशिक्षु को 7700 रुपए तथा दूसरे वर्ष के लिए 8050 रुपए का मानदेय का भुगतान करना भी सुनिश्चित करेंगे।
सरकार की तरफ से प्रति प्रशिक्षु 50 रुपए प्रति दिन और 1500 रुपए प्रतिमाह की दर से संबंधित विभाग को रिवर्समेंट की अदायगी भी की जाएगी। सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सरकार की हिदायतों के अनुसार अप्रिंटिस लगाने में लापरवाही ना बरती जाए। उन्होंने कहा कि इन प्रशिक्षकों को विभाग रोजगार उपलब्ध करवा सकता है। इससे युवा पीढ़ी को आर्थिक सहायता के साथ विभागीय प्रशिक्षण भी मिल सकता है। उन्होंने कहा कि सभी विभाग 21 फरवरी 2022 तक द्वितीय बैच के प्रशिक्षु को अप्लाई करना सुनिश्चित करे और 28 फरवरी तक प्रशिक्षु की नियुक्ति करना सुनिश्चित करे। आईटीआई प्रिंसीपल जगमोहन सिंह ने पॉवर प्रेजेंटेशन और वीडियो क्लीप के माध्यम से स्थापना शाखा में पंजीकरण प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी और रिम्बर्समेंट क्लेम के बारे में भी विभागों को विस्तार से बताया। इस मौके पर डीएसपी सुभाष चंद्र, आईटीआई अधिकारी ब्रहमपाल, नरेश कुमार, जेएपीओ सतीश कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।