न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के मानव संसाधन विकास केंद्र में यूजीसी न्यू दिल्ली द्वारा उन्नत भारत अभियान 2.0 के तहत कम्युनिटी बेस्ड पार्टिसिपेटरी रिसर्च कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर्स के प्रशिक्षण का दूसरा मॉड्यूल आयोजित किया गया। यह प्रशिक्षण यूजीसी के प्लेटफार्म से ऑनलाइन माध्यम से उत्तर क्षेत्र के विभिन्न विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों द्वारा नामित 40 प्रतिभागियों के लिए आयोजित किया गया था।
इसका पहला मॉड्यूल 27 जनवरी को यूजीसी एक्सपर्ट प्रोफेसर राजेश टंडन ने लिया जिसमें उन्होंने स्थानीय बोलचाल की भाषा शब्दावली का शिक्षण में प्रयोग करते हुए अनुभव आधारित ज्ञान का समर्थन करने की बात कही। उन्होंने कहा कि हमारे विभिन्न समुदाय में जो परंपरागत ज्ञान का भंडार है उसी का लाभ उठाना चाहिए। इसके बाद एसएनडीटी वुमेन यूनिवर्सिटी, मुंबई की कुलपति प्रोफेसर उज्ज्वला चक्रादेव ने सामुदायिक ज्ञान व उसके अनुप्रयोग पर अपना उद्बोधन दिया।
उन्होंने सामुदायिक सहभागिता के पुनर्वास में योगदान के अपने अनुभवों को सांझा किया। इसी सत्र में विशेषज्ञ के रूप में दयालबाग शिक्षण संस्थान के कुलसचिव प्रोफेसर आनंद मोहन ने उनके संस्थान में आयोजित विभिन्न गतिविधियों का अनुभव सांझा किया जो कि सीबीपीआर के संबंधित थी जैसे की ऑर्गेनिक खेती, जल संरक्षण, सौर ऊर्जा, हर्बल बागवानी व शहद उत्पादन आदि। कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों द्वारा पूछे गए महत्वपूर्ण प्रश्नों का उपस्थित विशेषज्ञों ने उत्तर दिए।