न्यूज डेक्स संवाददाता
रेवाड़ी।आजाद हिंदी फौज के गुमनाम सिपाहियों को स्वतंत्रता सेनानी का सम्मान और उनके हक के साथ परिजनों को उचित सम्मान दिलाने के लिये संघर्षरत रेवाड़ी वासी श्रीभगवान फौगाट को दिल्ली के तीन मूर्ति भवन स्थित नेहरु मेमोरियल संग्रहालय में सम्मानित किया गया है। फौगाट का यह सम्मान नेताजी आजाद हिंद सरकार एंड फौज रिमूविंग स्माक स्क्रिंस 1942-1947 के विमोचन के दौरान किया गया।
प्रोफेसर कपिल कुमार की इस पुस्तक के विमोचन अवसर मुख्यातिथि के रुप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सलाहाकार अमित खरे,ब्रिगेडियर आरएस चिकारा (चेयरमैन एनएससीबी एंड आईएनए ट्रस्ट) और आजाद हिंद फौज के स्वतंत्रता सेनानी लेफ्टिनेंट वीएन पांडेय,लेफ्टिनेंट आर माधवन पिल्लई, नायक परमानंद यादव के अलावा मेजर जनरल जीडी बख्शी,प्रोफेसर प्रियदर्शी मुखर्जी,कर्नल आरएसएन सिंह, लेखक अनुज धर, पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ वक्ताओं के रुप में उपस्थित रहे।
फौगाट के इस सम्मान पर स्वच्छ भारत मिशन भारत सरकार के सदस्य डा.आरके जांगड़ा विश्वकर्मा ने कहा कि श्रीभगवान फौगाट को यह सम्मान उनके द्वारा गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों के लिये किये जा रहे संघर्ष के लिये दिया गया है। उन्होंने कहा कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के कार्यकाल में उन वीर सपूतों को याद किया जा रहा है,जिन्होंने अपने जीवन को राष्ट्र के लिये जिया। जांगड़ा ने कहा कि जो गलतियां आजादी के बाद कांग्रेस की सरकार ने की और विशेषकर आजाद हिंद फौज के स्वतंत्रता सेनानियों को उनके अधिकारों से वंचित रखा,उस गलती को संवारने का बीड़ा यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उठाया है।
इस साल नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर देशभर में कार्यक्रम चलाकर उन्हें और उनके वीर सिपाहियों को सम्मान देते हुए याद किया गया और घर घर जाकर इन स्वतंत्रता सेनानियों की वीरांगनाओं और परिजनों को सम्मान दिया गया। उन्होंने कहा कि श्रीभगवान फौगाट सरीखे लोग ना केवल नेताजी सुभाष चंद्र बोस के सिपाहियों को उचित सम्मान देने के लिये काम कर रहे हैं,बल्कि जो सपना देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है,उसे भी पूरा करने का काम कर रहे हैं,क्योंकि श्रीभगवान फौगाट अभी तक आजाद हिंद फौज के सैंकड़ों गुमनाम सिपाहियों का रिकार्ड खंगाल कर सरकार और प्रशासन के सामने रख चुके हैं।