कहा, लंबे समय तक प्रशासक नियुक्त करना जनता के लोकतांत्रित अधिकारों का हनन
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। हरियाणा के पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा ने मांग की है कि थानेसर नगर परिषद के चुनाव भी हरियाणा के अन्य स्थानीय निकाय के चुनाव के साथ ही करवाए जाएं। उन्होंने कहा कि गत वर्ष मई के माह में परिषद का कार्यकाल पूरा हो गया था और अब इतने लंबे अरसे के पश्चात भी थानेसर नगर परिषद के चुनाव को लटकाना जनता के लोकतांत्रिक अधिकारियों का हनन है।
पूर्व मंत्री अरोड़ा ने जानकारी दी कि लगभग 3 माह पहले नगर परिषद थानेसर की वार्डबंदी की गई थी। आपत्ति और दावे मांगने के पश्चात वार्डबंदी फाईनल कर दी गई थी। उसी के अनुसार हरियाणा सरकार द्वारा थानेसर नगर परिषद के चुनाव करवाने चाहिए। उन्होने यह भी बताया कि लगभग एक वर्ष पहले परिषद की सीमा बढाने का प्रस्ताव हाऊस में पास किया था। यदि सीमा बढानी थी तो उस प्रस्ताव को हरियाणा सरकार द्वारा स्वीकार करके नई हदबंदी कर देनी चाहिए थी।
अरोड़ा ने आरोप लगाया कि नगर में सड़कों की हालत खस्ता है। सफाई व्यवस्था ठप्प पड़ी है व भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। सरकार के सरंक्षण में अवैध कॉलोनियां काटी जा रही हैं। जिस कारण से नगर परिषद को आर्थिक रूप से काफी नुकसान हो रहा है। नगर में विकास कार्य ठप्प होने से जनता को भारी परेशानी उठानी पड रही है। प्रोपर्टी टैक्स के सर्वे में अनाप शनाप गलतियां होने से जनता धक्के खाती घूम रही है। ऐसे हालात में थानेसर नगर परिषद के चुनाव करवाकर भागड़ोर जनप्रतिनिधियों को सौंपी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार ने स्थानीय निकाय के चुनाव के कारण कलेक्टर रेट पर लगाया गया पांच प्रतिशत प्रोपर्टी टैक्स का निर्णय वापिस लिया है। निकाय चुनाव सम्पन्न होने के पश्चात सरकार फिर से इस जजिया कर को लगा सकती है। उन्होने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार जनविरोधी है। जनता के हितों से इस सरकार को काई वास्ता नही है। उन्होने कहा कि लंबे समय तक प्रशासक नियुक्त किया जाना जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है।