यूक्रेन में फंसे बच्चे आत्मविश्वास बनाकर रखें समाधान जरूर निकलेगा : गीता मनीषी
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने कहा है कि युद्ध समाधान नही है बल्कि युद्ध अपने आप में बहुत बड़ी समस्या है। ऐसे में आवश्यकता है कि भगवद गीता की प्रेरणाओं पर चला जाए जहां शांति और सदभाव है। गीता मनीषी बुधवार को गीता ज्ञान संस्थानम् में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। स्वामी ज्ञानानंद ने यूक्रेन में फंसे बच्चों को संदेश देते हुए कहा कि वे आत्मविश्वास बनाकर रखें। यूक्रेन में गए बच्चों के माता-पिता स्वयं मनोबल रखते हुए अपने बच्चों से खुश होकर बातचीत करें, जल्द ही समाधान जरूर निकलेगा। भारत सरकार भी बहुत प्रयास कर रही है कि सभी बच्चों को वापिस देश लाया जाए, हमे चाहिए कि तनाव व दबाव में न रहें।
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि इस वक्त यूक्रेन में जो वातावरण बना हुआ है, यह सिर्फ यूक्रेन के लिए नही है बल्कि पूरी मानवता के लिए बहुत बड़ा प्रश्न चिह्न खड़ा हुआ है। ऐसे में आम नागरिक बहुत चिंता में हैं। विशेष रूप से वे छात्र जो अपने भविष्य निर्माण के लिए यूके्रन गए हैं वे बहुत चिंतित हैं। ऐसी स्थिति में विद्यार्थियों को चाहिए कि विद्यार्थी अपने मनोबल को मजबूत करें। साहस व विश्वास की स्थिति में अपने आप को लाएं, समाधान जरूर निकलेगा। वहां रह रहे छात्र एक-दूसरे की इच्छा शक्ति को बढाएं, नाकारात्मक सोच न रखें। समस्याएं आती हैं, लेकिन जब आत्मविश्वास होता है तो समाधान भी अवश्य ही निकलता है। घबराया मन, लडखड़ाया मन व डगमगाया मन समाधान नही देता बल्कि समस्या को ओर बढाता है। इसलिए जरूरी है कि एक-दूसरे के साथ सद्भावना बनाए रखें व विश्वास रखें। यूक्रेन में भारतीय छात्र की मौत पर स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि एक भी कोई घटना इस प्रकार की घटती है तो आशंकाएं पैदा हो जाती हैं क्योंकि माता-पिता ने अच्छे भविष्य के निर्माण के लिए बच्चों को यूक्रेन भेजा था। बच्चे व परिजन चिंतित न हों और बच्चों को ठीक संदेश दें। बच्चों से रूंदे गले व भरे मन से बात न करें बल्कि बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाए व खुश रहकर उनसे बातचीत करें।