चुनौतियाँ और समाधान’ विषय पर वेबिनार का आयोजन
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र,18 सितंबर। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी ) कुरुक्षेत्र और शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नई दिल्ली ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों की भूमिका: चुनौतियाँ और समाधान’ विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का अयोजन किया गय। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नई शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों की भूमिका पर चर्चा करना था। इस कार्यक्रम में शिक्षा बचाओ आंदोलन के पुरोधा व शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली के राष्ट्रीय सचिव अतुल भाई कोठारी मुख्य वक्ता थे।
इस अवसर पर उन्होंने बताया कि न्यू एजुकेशन पॉलिसी 2020 किसी के जीवन को आकार देगी, किसी के चरित्र, नैतिकता, विचारधारा और हर उस चीज को परिभाषित करती है जो कि किसी के कैरियर को सजाने के अलावा जीवन जीने के लिए आवश्यक है। उन्होंने बताया कि छात्रों को बचपन से ही संस्कृति के साथ-साथ उनके हितों और जुनून को आगे बढ़ाने का अवसर दिया जाएगा। विशेष रूप से उच्च शिक्षा में राष्ट्रीय भाषा के उपयोग को बढ़ाने पर जोर दिया गया हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (निट) कुरुक्षेत्र निदेशक पद्मश्री डॉ सतीश कुमार ने कहा कि भारत इस नई शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से अपने वैभव को पुन: प्राप्त करेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल टू लोकल और आत्मनिर्भर भारत मिशन पर काम करने पर जोर दिया। उन्होंने कौशल विकास पर जोर दिया और कहा कि एनआईटी कुरुक्षेत्र ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग सहित विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं के कौशल को विकसित करने के लिए एक कार्यक्रम शुरू करेगा।
शिक्षा संस्कृत उत्थान न्यास नई दिल्ली, तकनीकी शिक्षा के राष्ट्रीय संयोजक प्रो. रवि प्रकाश तिवारी ने तकनीकी शिक्षा में शिक्षा संस्कार उत्थान न्यास का उद्देश्य प्रस्तुत किया। एनआईटी कुरुक्षेत्र के प्रो. आशुतोष कुमार सिंह और आईआईआईटी इलाहाबाद के डॉ नितेश पुरोहित ने भी नई शिक्षा नीति के कार्यान्वयन पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के संयोजक व संस्थान के प्रोफेसर डॉ अनुराग गौड़ ने उपस्थित गणमान्य अतिथियों का स्वागत करते हुए वेबिनार के उद्देश्य पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में गूगल मीट के माध्यम से देश के विभिन्न हिस्सों से लगभग 150 प्राध्यपकों, शोधार्थियों, व विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का समापन शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नई दिल्ली, तकनीकी शिक्षा के सह-संयोजक डॉ प्रदीप गोयल द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ।