15 मार्च तक मौसम आमतौर पर खुश्क रहने की संभावना
14 व 15 मार्च के बीच छा सकते है हल्के बादल, हल्की व मध्यम गति से पश्चिम व उत्तर पश्चिमी हवाएँ चलने की संभावना
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। होली का त्यौहार निकट आते ही कुरुक्षेत्र सहित आसपास के क्षेत्रों के मौसम में लगातार परिवर्तन हो रहा है। गर्मी के मौसम की शुरुआत हो चुकी है और सर्दी करीब करीब विदा हो चुकी है। मार्च का महीना आधा बीतने को है, जिसका असर तापमान में भी देखा जा सकता है। रविवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री के पार व न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस देखा गया। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इन दिनों मौसम कुछ साफ बना हुआ है, जिसके चलते दिन में तेज धूप निकलती है। एक दो दिन पहले तक रात के समय में ठंड महसूस होती थी। मगर अब दो तीन दिन से रात का तापमान भी लगातार बढ़ रहा है। आधी रात के बाद कुछ ठंडक महसूस होती है, लेकिन शाम तक गर्मी रहती है।
मौसम विभाग के अनुसार वैसे फिलहाल बरसात के संकेत भी नजर नहीं आ रहे हैं। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डा. सी. बी. सिंह ने कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग के हवाले से मौसम का पूर्वानुमान बताया कि पिछले कुछ दिनों में मौसम परिवर्तनशील रहा है लेकिन आने वाले दिनों में हरियाणा में 15 मार्च तक मौसम आमतौर पर खुश्क रहने की संभावना है। उन्होंने बताया कि इस दौरान दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी हो रही है। राज्य में 14 व 15 मार्च को बीच में कहीं -कहीं हल्के बादल व हल्की से मध्यम गति से पश्चिमी व उत्तर पश्चिमी हवाएँ चलने की संभावना है। डा. सिंह ने कहा कि किसानों को मौसम के अनुमान अनुसार ही खेतों कृषि विशेषज्ञों एवं कृषि अधिकारियों से सलाह लेनी चाहिए।
डा. सिंह ने बताया कि संभावना यही जताई जा रही है कि अगले एक सप्ताह तक मौसम साफ बना रहेगा। इस बीच तेज धूप रहेगी जिसके चलते अधिकतम तापमान 37 डिग्री तक भी पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि मौसम में हो रहे इस बदलाव का असर खेतों में भी देखने को मिल रहा है। गेहूं की फसल पकने को तैयार हो रही है। बालियां विकसित हो रही हैं। कृषि विशेषज्ञों का अनुमान है कि यदि मौसम इसी तरह गर्म व साफ बना रहा तो फसल का रंग पीला पड़ना शुरू हो जाएगा। किसानों का भी अनुमान है कि इस बार अप्रैल के प्रथम सप्ताह में गेहूं की कटाई का काम शुरू हो जाएगी। हालांकि माना जा रहा है कि मार्च के अंतिम दिनों में मौसम में परिवर्तन आता है, जो अप्रैल तक होता रहता है। तेज गरज व चमक के साथ बरसात की भी होती है। ऐसे में संभावना है कि बीच-बीच में तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है।