न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 19 सितम्बर। हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष डॉ. ब्रज किशोर कुठियाला ने कहा कि युवा शिक्षक इस तरह के वातावरण को प्राप्त करने के लिए भाग्यशाली हैं, जहां विकास के लिए बहुमुखी अवसर हैं। युवा शिक्षक न केवल परिवर्तन के साक्षी हैं, बल्कि परिवर्तन के अभिनेता भी हैं ।
वे शनिवार को यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट द्वारा मानव संसाधन विकास केंद्र के सहयोग से ‘डिजिटल युग में रिफ्रेशर कोर्स- व्यवसाय के अवसर और चुनौतियों’ पर 7 सितम्बर से आयोजित दो सप्ताह से चल रहे ऑनलाइन रिफ्रेशर कोर्स के समापन अवसर पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि युवाओं को उस समाज को वापस भुगतान करने के बारे में सोचना चाहिए जहां से वे इतना प्राप्त कर रहे हैं । लॉकडाउन के कारण सीमित फेसलेस इंटरैक्शन ने हमें महसूस किया है कि एक साथ होना कितना महत्वपूर्ण है जब हम समूहों से वंचित होते हैं तो असामान्यता दिखाई देने लगती है।
जे सी बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए फरीदाबाद के कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने प्रतिभागियों को बताया कि डिजिटाइजेशन ने व्यापार और उद्योग में अवसरों को पूरी तरह से बदल दिया है । डिजिटल कनेक्टिविटी की वजह से भ्रष्टाचार कम हुआ है और दक्षता बढ़ी है डिजिटल एरा में साइबर सिक्योरिटी जैसी चुनौतियां भी हैं बैंक फ्रॉड की वजह से लोग अपना पैसा ऑनलाइन खो रहे हैं जो लोग डिजिटल मार्केटिंग कंपनियों में काम कर रहे थे, उनके शेयरों का मूल्य बढ़ गया है । तकनीक को अपनाते हुए जनसंख्या और बेरोजगारी के बारे में सोचने की जरूरत है।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ नीता खन्ना ने अपने स्वागत भाषण में बोलते हुए कहा कि डिजिटलाइजेशन ने व्यवसाय और उद्योग में अवसरों को पूरा किया है । कुलपति ने कहा कि किस प्रकार डिजिटल क्रांति ने देश के स्वरूप को नए आयाम देने का कार्य किया है । उन्होंनें कहा कि शिक्षा के बदलते हुए परिवेश में प्राध्यापकों द्वारा शिक्षण स्तर व निपुणताओं में भी बदलाव समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है । आज के युग में जब विधार्थी के पास सीखने के लिए अपार स्त्रोत उपलब्ध है तब उच्च शिक्षण स्तर पर कार्य कर रहे प्राध्यापकों का दायित्व ओर भी अधिक बढ़ जाता है कि वे किस प्रकार से उपलब्ध स्त्रोतों व उनके अपने पास उपलब्ध जानकारी को किस प्रकार विद्यार्थियों को उपलब्ध कराएं ताकि प्राप्त ज्ञान का उत्तम उपयोग राष्ट्र के निर्माण व विकास में नीव का कार्य कर सके ।उन्होंने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए आयोजन टीम को धन्यवाद दिया।
डॉ. रमेश चंदर दलाल प्रोफेसर और अध्यक्ष यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र ने कवर किए गए विषयों पर विस्तृत विवरण दिया। मानव संसाधन विकास केंद्र की निदेशिका प्रोफेसर नीरा वर्मा ने ऑनलाइन रिफ्रेशर कोर्स संचालित करने के अपने अनुभव को सांझा किया। पाठ्यक्रम समन्वयक, डॉ. सिम्मी वशिष्ठ ने उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया और पाठ्यक्रम के दौरान किए गए विभिन्न व्याख्यानों और गतिविधियों के बारे में एक संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुत की और प्रतिभागियों को सूर्य की तरह खुद के प्रति एक आदर्श बनने और दूसरों को उनके सुसज्जित ज्ञान के साथ मार्गदर्शन करने का अनुरोध किया। डॉ उत्कर्ष मंगल ने सत्र में सहभागिता के लिए सभी का धन्यवाद किया।