न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। अटल भूजल योजना के तहत जल सुरक्षा योजना एवं जल बजट जिला कार्यान्वयन भागीदार टीम एक्साल्ट्स सोसायटी जयपुर द्वारा डॉक्टर नवीन नैन (भूजल विशेषज्ञ) के मार्गदर्शन में तैयार किया जा रहा है। जिला इंप्लीमेंट पार्टनर टीम के सभी विशेषज्ञों ने लाडवा के 34 गांवों के जलस्तर का वर्तमान परिदृश्य प्रस्तुत किया और प्रत्येक गांव की संबंधित जल सुरक्षा योजना भी भूजल विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुत की जाती है। सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के अधीक्षक अभियंता अरविंद कौशिक ने सभी जल सुरक्षा योजना की बहुत सावधानी से जांच की और 34 गांवों की जल सुरक्षा योजना और जल बजट की कुछ उपयोगी जानकारी भी दी।
उन्होंने जिला इंप्लीमेंट पार्टनर टीम की कड़ी मेहनत की सराहना की और उत्कृष्ट जल सुरक्षा योजना बनाने में अपना सर्वश्रेष्ठ देने का वादा किया। डॉक्टर नवीन नैन ने सामाजिक जागरूकता अभियान के दौरान क्षेत्र की चुनौतियों के बारे में बताया और अटल जल एप में सर्वर की समस्या की भी शिकायत की। अरविंद कौशिक द्वारा लाडवा प्रखंड की 34 फाइलों की भी जांच की गई और सुझाव दिया कि टीम द्वारा प्रत्येक फाइल के सूचकांक प्रारूप में सुधार किया जाना चाहिए। उन्होंने टीम लीडर को सुझाव दिया कि कृषि क्षेत्र में पानी की मांग को कम करने के लिए प्रत्येक जल सुरक्षा योजना के हस्तक्षेप भाग को भी बढ़ाया जाना चाहिए।
डॉक्टर नैन ने बताया कि लाडवा प्रखंड के किसान बहुत सक्रिय हैं और कृषि गतिविधियों में सूक्ष्म सिंचाई तकनीकों से वे सहमत है। उदाहरण के लिए बुडा गांव के अधिकांश किसान रबी और खरीफ फसलों में स्प्रिंकलर और ड्रिप से सहमत हैं और उन्होंने मांग की कि सूक्ष्म सिंचाई तकनीकों पर सब्सिडी 85 फीसदी से बढ़ाकर 100 फीसदी की जाए। वरिष्ठ आईईसी विशेषज्ञ संदीप कसाना ने अरविंद कौशिक को बताया कि लाडवा प्रखंड के 34 गांवों के सभी ग्रामीणों ने मांग की है कि मानसून के मौसम से बहुत पहले गांव के तालाबों की सफाई की जाए।
कनिष्ठ जल विज्ञानी बारू राम सगवाल ने बताया कि उनके द्वारा जल गुणवत्ता परीक्षण किया जा रहा है और सार्वजनिक स्वास्थ्य पाइपलाइनों में उच्च रिसाव के कारण 34 गांवों के अधिकांश घरों में खराब पानी की आपूर्ति की जा रही है। यह ग्रामीणों के स्वास्थ्य के मुद्दों का एक बड़ा मामला है और संबंधित विभाग को खराब पानी की आपूर्ति के खिलाफ सकारात्मक कार्रवाई करनी चाहिए। कृषि विशेषज्ञ शंकर कुमार ने भी लाडवा प्रखंड में फसल विविधीकरण और धान की सीधी बुवाई के संबंध में अपना सर्वश्रेष्ठ सुझाव दिया।
टीम के सभी सदस्यों ने अरविंद कौशिक से कृषि गतिविधियों में सूक्ष्म सिंचाई तकनीकों को अपनाने के लिए ग्राम स्तर पर किसानों को प्रशिक्षण देने का अनुरोध किया। डीपीएमयू के विशेषज्ञों चिचुएन नाइक और कमलेश ने भी उत्कृष्ट जल सुरक्षा योजना और भविष्य के लक्ष्य कार्य के लिए अपने सुझाव दिए गए। इस समीक्षा बैठक में जिला इंप्लीमेंट पार्टनर टीम से अजय कसाना, अमरजीत मान, गुरमीत सिंह, सुनील कुमार और रेणु देवी आदि सदस्यों ने भी भाग लिया और अटल भूजल योजना को सफल बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ सुझाव दिए।