न्यूज डेक्स संवाददाता
रोहतक। मशहूर एक्टर यशपाल शर्मा 24 मार्च को रंगमंच के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने वाले नरेश गोसाईं, काजल सूरी, जगबीर राठी व कौशल भारद्वाज को नाट्यश्री अवार्ड प्रदान करेंगे। यह अवार्ड स्थानीय सप्तक कल्चरल सोसाइटी (रजि.) द्वारा विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर हर साल दो श्रेष्ठ रंगकर्मियों को दिया जाता है। चूंकि पिछले साल कोरोना महामारी के चलते अवार्ड समारोह नहीं हो पाया था, इसलिए इस बार चार रंगकर्मियों को नाट्यश्री अवार्ड दिया जाएगा। अवार्ड महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के टैगोर सभागार में होने वाले एक कार्यक्रम में प्रदान किए जाएंगे।सप्तक के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ रंगकर्मी विश्वदीपक त्रिखा के अनुसार, उनकी संस्था नाटक और नाट्यकर्मियों को प्रोत्साहन देने के लिए यह अवार्ड देती है।
हर साल एक अवार्ड हरियाणा में रहकर थियेटर के काम को आगे बढ़ाने वाले नाट्यकर्मी को और दूसरा अवार्ड देश के स्तर पर खास उपलब्धि हासिल करने वाले कलाकार को दिया जाता है। इस बार हरियाणा से जगबीर राठी एवं कौशल भारद्वाज को इस सम्मान के लिए चुना गया है। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक में निदेशक, युवा कल्याण जगबीर राठी ने विशेष रूप से हरियाणा के मुद्दों पर बेहतरीन नाटक तैयार किए हैं। वे लंबे समय से नाटक और फिल्मों, दोनों ही विधाओं में अभिनेता और निर्देशक के तौर पर बेहतरीन काम कर रहे हैं। भिवानी के कौशल भारद्वाज इस श्रेणी में अवार्ड पाने वाले दूसरे रंगकर्मी हैं। भिवानी और आसपास के क्षेत्र में नाटक विधा के प्रचार व नए कलाकारों को तराशने व आगे बढ़ाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने 50 से अधिक नाटकों का निर्देशन किया है।
राष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट उपलब्धि हासिल करने वाले रंगकर्मियों में इस बार नरेश गोसाईं व मैडम काजल सूरी को नाट्यश्री अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। बरसों से रंगमंच पर सक्रिय रहे नरेश गोसाईं इस समय टीवी धारावाहिकों एवं विज्ञापनों के चर्चित चेहरे हैं। गुलाब जामुन अंकल के नाम से प्रसिद्ध नरेश जी ने अभिनय के क्षेत्र में विशेष नाम कमाया है। आकाशवाणी दिल्ली पर नाटकों के प्रचार-प्रसार में सक्रिय काजल सूरी नामी नाट्य निर्देशक हैं और रंगकर्म में नए प्रयोगों के लिए जानी जाती हैं।
सप्तक के सचिव अविनाश सैनी ने बताया कि इस अवसर पर फिल्म अभिनेता और हरियाणवीं कलाकारों के ब्रांड एम्बेसडर यशपाल शर्मा सप्तक के कलाकारों को भी सम्मानित करेंगे। गौरतलब है कि सप्तक द्वारा घरफूंक थियेटर फेस्टिवल के तहत रोहतक में हर सप्ताह नाटक मंचन करवाया जाता है। यह सम्भवतः देश का सबसे लंबा थियेटर फेस्टिवल है, जिसमें अभी तक 41 नाटकों का मंचन बिना सरकारी सहायता के किया जा चुका है।