न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। साइबर अपराधी अपराध करने के नए नए तरीके अपना रहे हैं। आमजन जागरुकता से ही साइबर अपराधियों के चंगुल में आने से बच सकते हैं। साईबर अपराधियों ने आजकल जिस चीज की ज्यादा मांग हो रही है उसी चीज के जरिये लोगों को ठगी का शिकार बनाना शुरु कर दिया है । साईबर अपराधी लोगों को नि:शुल्क “द कश्मीर फाईल्स” फिल्म दिखाने का लालच देकर उनका खाता खाली करके ठगी का शिकार बना रहे हैं। ये शब्द पुलिस अधीक्षक कुरुक्षेत्र डॉ अंशु सिंगला ने आमजन को साईबर अपराधों द्वारा की जाने वाली ठगी से बचने के लिए जागरुक करते हुए कहे।
डॉ. सिंगला ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि मोबाइल में आए किसी प्रकार के संदिग्ध लिंक को क्लिक न करें, ऐसा करने से आप साइबर धोखाधड़ी के शिकार हो सकते हैं । उन्होंने कहा कि कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर ठगों ने धोखाधड़ी करने का नया तरीका अपनाया है । इन दिनों साइबर अपराधी “द कश्मीर फाईल्स” फिल्म के नाम पर लिंक भेज कर लोगों के खाते से पैसे निकाल रहे हैं । साईबर अपराधी लोगों को निशुल्क फिल्म दिखाने का झांसा देकर लिंक भेज रहे हैं जैसे ही आप उस लिंक को खोलेंगे आपका मोबाइल हैक हो जाएगा और आपके बैंक खाते से रुपए निकल जाएंगे । इस विषय पर संज्ञान लेते हुए उन्होंने लोगों से अपील कि है कि साइबर अपराधियों द्वारा भेजे गए लिंक को क्लिक न करें ।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि साइबर अपराधो से बचने के लिए जागरूकता बहुत जरूरी है । जिला पुलिस सेमिनार व गोष्ठियों का आयोजन कर लोगों को साइबर अपराध से बचने के लिए आमजन को लगातार जागरूक कर रही है ताकि भविष्य में साइबर अपराधी ठगी जैसी घटना की पुनरावृति न कर सकें । उन्होंने आमजन से अपील कि है कि व्हाट्सएप या ई मेल पर आए किसी भी संदिग्ध लिंक को ना खोलें और बैंक संबंधी किसी भी प्रकार की जानकारी साझा ना करें क्योंकि ऐसा करने से साइबर आप साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं इसलिए लोगों को अपने ईमेल या व्हाट्सएप पर ऐसे लिंक पर क्लिक करते समय आवश्यक सावधानी बरतनी चाहिए ।
उन्होंने कहा कि किसी प्रकार के प्रलोभन मैसेज जैसे लॉटरी रिचार्ज कूपन व डिस्काउंट के झांसे में आकर अपनी बैंक डिटेल पहचान साझा ना करें । आमजन को साइबर अपराधों से बचने के लिए जागरूक होना पड़ेगा । जागरुकता ही साईबर अपराधों से बचने का सबसे बडा हथियार है। फोन कॉल के माध्यम से होने वाले फ्राड, पालिसी, चिट फंड, लाटरी का लालच देकर की जाने वाली जालसाजी, ऑनलाइन एप्प के माध्यम से सामान खरीदने व बेचने से संबंधित फ्राड तथा सोशल मीडिया के माध्यम से होने वाले साइबर अपराधों के बारे विस्तृत जानकारी देकर आमजन को इस प्रकार के जालसाजों के सम्पर्क में आने से बचाया जा सकता है ।
अगर छोटे बच्चों को प्राथमिक शिक्षा के दौरान ही साइबर अपराधों के बारे में जागरुक किया जाए तो साइबर अपराधों से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि जैसे हम अपने जीवन में अपनी सुरक्षा के उपाय खुद करते हैं, ठीक उसी तरह वर्चुअल दुनिया में भी सुरक्षा के उपाय करने होंगे। साइबर अपराध के प्रति बेहद सजग व जागरूक होने की जरूरत है। वर्तमान के इस मोबाइल व कम्प्यूटर के दौर में आमजन को फर्जी कॉल, जालसाजी व सोशल मीडिया से दिन प्रतिदिन बढ़ रहे अपराधों से सुरक्षित रहने व जागरूक रहने की जरूरत है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी साईबर अपराधों से बचने के लिए जागरूक करने की आवश्यकता है। साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता रखकर ही इस अपराध को खत्म किया जा सकता है।
कुरुक्षेत्र पुलिस द्बारा साईबर अपराधो से बचनें हेतु कम्पयूटर व अन्य डिवाईस को हैकर से बचानें हेतु सोशल मिडिया अकाऊण्ट व बैक अकाऊण्ट को सुरक्षित रखनें बारें आपको समय समय पर जागरुक किया जा रहा है और इस तरह का अभियान आगे भी जारी रहेगा। अगर आपके साथ किसी भी प्रकार का साईबर अपराध हो जाता है या आप किसी ऑनलाईन ठगी का शिकार हो जाते हैं तो इसकी शिकायत नेशनल साईबर क्राईम पोर्टल https//www.cybercrime.gov.in पर दर्ज करवायें या नजदीक पुलिस चौकी या पुलिस स्टेशन पर अपनी शिकायत दर्ज करवायें । जिला में साइबर सेल और साइबर हेल्प डेस्क गठित है, जो काम रही है। । इसके अतिरिक्त साईबर हैल्पलाईन न. 155260 पर भी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। जागरुकता में ही बचाव है।