उत्साह-उल्लास-मस्ती के साथ-साथ साहित्यिक-सांस्कृतिक प्रदर्शन का महाकुंभ मधुर यादें छोड़ गया
न्यूज डेक्स संवाददाता
रोहतक। आज के युग में सांस्कृतिक, साहित्यिक, कला क्षेत्र, खेल क्षेत्र के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के लिए करियर के बेहतरीन अवसर उपलब्ध हैं। प्रत्येक विद्यार्थी में प्रतिभा होती है। जरूरत है अपनी प्रतिभा को तराशकर निखारने की। ये उद्गार हरियाणा सरकार के उच्चतर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) के 40वें इंटर जोनल यूथ फेस्टिवल यूनिफेस्ट 2022 के समापन समारोह तथा पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए।
एसीएस आनंद मोहन शरण ने कहा कि विद्यार्थियों के पढ़ाई के साथ-साथ एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टीविटीज में भाग लेना चाहिए। इससे व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ करियर सफलता का रास्ता भी प्रशस्त होता है। आनंद मोहन शरण ने कहा कि हरियाणा सरकार का उच्चतर शिक्षा विभाग महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के विकास यात्रा में यथासंभव सहयोग देगा। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे शैक्षणिक, साहित्यिक-सांस्कृतिक, खेल गतिविधियों में उपलब्धियां हासिल कर यूनिवर्सिटी, राज्य तथा राष्ट्र का नाम रोशन करें।
मदवि कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि मदवि सन 2025 तक नयी शिक्षा नीति (एनईपी 2020) को क्रियान्वित करने के लिए संकल्पबद्घ है। इस नीति के तहत समग्र शिक्षा, जिससे विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो, की व्यवस्था एमडीयू में लागू की जाएगी। उन्होंने यूनिफेस्ट 2022 के सफल आयोजन के लिए अधिष्ठाता छात्र कल्याण, निदेशक युवा कल्याण तथा उनकी पूरी टीम को बधाई दी।
कार्यक्रम का शानदार संचालन निदेशक युवा कल्याण डा. जगबीर राठी ने किया। स्वागत भाषण अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. राजकुमार ने दिया। आभार प्रदर्शन यूनिफेस्ट 2022 के आयोजन सचिव मानविकी तथा कला संकाय के अधिष्ठाता प्रो. हरीश कुमार ने किया। यूनिफेस्ट 2022 की ओवरऑल ट्रॉफी पं. एनआरएस राजकीय महाविद्यालय (रोहतक) ने जीती। यूनिवर्सिटी टीचिंग डिपार्टमेंट (यूटीडी) रनर्स अप ट्रॉफी जीती। पारितोषिक वितरण समारोह में नामी उद्योगपति राजेश जैन बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। यूनिफेस्ट 2022 के दोपहर कालीन सत्र में शानदार हरियाणवी समूह नृत्यों तथा कव्वालियों की धूम रही। उत्साह-उल्लास-मस्ती के साथ-साथ साहित्यिक-सांस्कृतिक प्रदर्शन का महाकुंभ मधुर यादें छोड़ गया।