न्यूज डेक्स संवाददाता
अंबाला। एडीजीपी अम्बाला छावनी श्रीकान्त जाधव के निर्देशानुसार आज 30 मार्च 2022 को पुलिस आफिसर इन्स्टीट्यूट अम्बाला शहर में अम्बाला मण्डल के तीनों जिलें यमुनानगर, कुरूक्षेत्र व अम्बाला के सभी पुलिस थानों में साईबर डैस्क पर तैनात पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को साईबर अपराध की रोकथाम से सम्बन्धित प्रशिक्षण देने हेतू विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। पुलिस अधीक्षक अम्बाला श्री जशनदीप सिहँ रंधावा के निर्देशानुसार इस विशेष कार्यशाला की अध्यक्षता उप-पुलिस अधीक्षक अम्बाला श्री जोगिन्द्र शर्मा ने की। इस प्रशिक्षण कार्यशाला में अम्बाला मण्डल के सभी थानांे मंे साईबर डैस्क पर तैनात लगभग 75 पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों ने भाग लिया।
इस कार्यशाला में अम्बाला मण्डल साईबर थाना प्रभारी निरीक्षक सतविन्द्र कौर, निरीक्षक मुनीष शर्मा व साईबर सैल इन्चार्ज उप-निरीक्षक बलवन्त सिहँ ने अपना योगदान दिया। प्रशिक्षण के दौरान निरीक्षक मुनीष शर्मा, साईबर सैल अम्बाला से उप-निरीक्षक विरेन्द्र कुमार व साईबर एक्सपर्ट बबित कौशल उपस्थित सभी पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को साईबर अपराध की रोकथाम के लिए विशेष जानकारी देते हुए बतलाया कि जब भी कोई साईबर अपराध से पीड़ित व्यक्ति आपके थाना में आता है तो उसके साथ होने वाले साईबर अपराध से सम्बन्धित घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर तुरन्त साईबर हैल्प लाईन नम्बर 1930 पर सम्पर्क करें और साथ ही राष्ट्रीय साईबर अपराध पोर्टल डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डाॅट साईबर क्राईम डाॅट जीओवी डाॅट इन पर साईबर अपराध की विस्तृत जानकारी अपलोड करें जिससे पीड़ित के खाते से निकले हुए रूपयों को कम से कम समय में प्रभावी रूप से रोका जा सके।
कार्यशाला में साईबर अपराध से सम्बन्धित अनुसंधान के दौरान उपयोग में आने वाली हर विस्तृत जानकारी बारे अवगत कराया गया।
पुलिस अधीक्षक अम्बाला श्री जशनदीप सिहँ रंधावा ने उपस्थित पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों का साईबर अपराध की रोकथाम बारे मार्ग दर्शन करते हुए कहा कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को आधुनिक साईबर अपराध बारे अपडेट करना है क्योंकि शातिर साईबर अपराधी हर रोज नए-नए हथकण्डे अपना लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि जब भी कोई साईबर अपराध से सम्बन्धित पीड़ित व्यक्ति आपके पास आता है तो उसके साथ मधुर व्यवहार करते हुए उसकी तुरन्त सहायता करें और साईबर हैल्प लाईन नम्बर 1930 पर सम्पर्क करें और साथ ही राष्ट्रीय साईबर अपराध पोर्टल डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डाॅट साईबर क्राईम डाॅट जीओवी डाॅट इन पर साईबर अपराध की विस्तृत जानकारी अपलोड करें जिससे पीड़ित के खाते से निकले हुए रूपयों को कम से कम समय में प्रभावी रूप से रोका जा सके और साईबर अपराध से सम्बन्धित अनुसंधानिक प्रक्रिया अमल में लाई जाए।