प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने सहित स्टेशनों, ट्रेनों, पटरियों, कॉलोनियों और अन्य रेलवे प्रतिष्ठानों की व्यापक सफाई
न्यूज डेक्स इंडिया
दिल्ली,20 सितंबर। भारतीय रेलवे 16 से 30 सितंबर 2020 तक ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ मना रही है। पखवाड़े के उद्घाटन दिवस पर सभी जोनल रेलवे मुख्यालयों, मंडल कार्यालयों और अन्य प्रतिष्ठानों में रेलवे कर्मचारियों को स्वच्छता का संकल्प दिलाया गया। पखवाड़े के दौरान प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन पर विशेष ध्यान देते हुए स्टेशनों, ट्रेनों, पटरियों, कॉलोनियों और अन्य रेलवे प्रतिष्ठानों की व्यापक साफ-सफाई और कीटाणु मुक्त करने का काम किया जा रहा है। मास्क और सैनिटाइजर भी बांटे जा रहे हैं। कोविड-19 संबंधित सावधानियों के साथ ही रेलवे परिसर को स्वच्छ और सुरक्षित रखने के लिए जागरूकता पैदा करने के लिए आईईसी का उपयोग और वेबिनार भी आयोजित किए जा रहे हैं। इस अवधि के दौरान रेलवे पटरियों, स्टेशनों, नालियों, शौचालयों, यार्ड, डिपो आदि की सफाई पर ध्यान केंद्रित करेगी।
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) के साथ मिलकर उत्तर रेलवे के माध्यम से रेलवे बोर्ड ने 16 सितंबर 2020 को ”स्वच्छता और पर्यावरण” विषय पर एक वेबिनार का आयोजन किया। कोविड महामारी के कारण, 16 सितंबर से शुरू होकर 30 सितंबर 2020 तक चलने वाले ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ की शुरुआत के लिए वर्चुअल माध्यम, वेबिनार आयोजित किया गया।
वेबिनार के दौरान विभिन्न सरकारी, निजी और गैर-सरकारी संगठनों के पर्यावरण से जुड़े प्रतिनिधियों और विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को संबोधित किया। इस वेबिनार में भारतीय रेलवे के विभिन्न विभागों से 100 से ज्यादा अधिकारियों ने हिस्सा लिया। सत्र के दौरान चर्चा में आए कुछ प्रमुख मुद्दे :
भारतीय रेलवे द्वारा उचित ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, पानी की बचत और ऊर्जा संरक्षण आदि के लिए उठाए गए कदम।
स्वच्छ भारत मिशन के साथ आईआर पहलों का सम्मिलन।
रेलवे स्टेशनों की ग्रीन रेटिंग।
प्लास्टिक कचरे से निपटना।
सर्कुलर इकॉनमी पर दृष्टिकोण।
प्रतिभागियों को संबोधित करने वाले वक्ताओं में अरुण अरोड़ा, प्रधान मुख्य यांत्रिक इंजीनियर, उत्तर रेलवे और अतुल बगई, कंट्री हेड यूएनईपी इंडिया कार्यालय, दीया मिर्जा, यूएनईपी गुडविल एंबेसडर, अफरोज शाह, एडवोकेट और यूएनईपी चैंपियन ऑफ द अर्थ, नवीन अग्रवाल, निदेशक एसबीएम, आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय शामिल थे।
इसके साथ ही डॉ. प्रसाद मोदक, संस्थापक, पर्यावरण प्रबंधन केंद्र, के. एस. वेंकटगिरी कार्यकारी निदेशक सीआईआई जीबीसी, चिंतन पर्यावरण अनुसंधान और कार्रवाई समूह से चित्रा मुखर्जी और फाइनल माइल कंसल्टिंग के चेयरमैन बीजू डोमिनिक ने भी वेबिनार को संबोधित किया।