मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा आयोजित नौ दिवसीय विश्व मंगल यज्ञ की पूर्णाहुति श्री रामनवमी पर्व पर सम्पन्न हुई
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। भारतीय नववर्ष विक्रमी सवंतसर 2079 के उपलक्ष्य मे मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा आयोजित नौ दिवसीय विश्व मंगल यज्ञ की पूर्णाहुति श्री रामनवमी पर्व पर सम्पन्न हुई। मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा संचालित मातृभूमि शिक्षा मंदिर के विद्यार्थियों ने वैदिक मंत्रो से यज्ञ मे आहुति देते हुए लोक मंगल की प्रार्थना की। मातृभूमि शिक्षा मंदिर के बच्चो ने श्री रामनवमी के उपलक्ष्य मे अपने जीवन मे जरूरतमन्द् की सेवा का संकल्प लिया।
मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र ने अपने संदेश में कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जीवन सामाजिक समरसता का अनुकरणीय उदाहरण है। विश्व का पहला महाकाव्य महर्षि वाल्मीकि द्वारा लिखा रामायण है। जिसमें भेदभाव और छूआछूत को महत्व न देकर केवल सामाजिक समरसता की ही प्रेरणा दी गई है। वनवासी श्रीराम का सम्पूर्ण जीवन सामाजिक समरसता का अनुकरणीय मार्ग है। श्रीराम ने वनवास के दौरान समाज के अंतिम व्यक्ति को भी गले लगाया। केवट को भी भगवान राम ने गले लगाकर समाज को यह संदेश दिया कि प्रत्येक मनुष्य के अंदर एक ही जीव आत्मा है। बाहर भले ही अलग दिखते हों, लेकिन अंदर से सब एक हैं। कार्यक्रम में मातृभूमि सेवा मिशन के सदस्यों सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित रहे।