‘जन-जन का श्रद्धा केन्द्र श्रीराम मंदिर’ विषय पर आयोजित हुई प्रतियोगिता
मोनिका शर्मा को मिला प्रथम पुरस्कार
देशभर से प्राप्त 204 निबंधों में से 11 निबंध हुए पुरस्कृत
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित अखिल भारतीय आचार्य निबन्ध प्रतियोगिता का परिणाम घोषित कर दिया गया है। यह जानकारी देते हुए विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के निदेशक डॉ. रामेन्द्र सिंह ने बताया कि ‘जन-जन का श्रद्धा केंद्र श्रीराम मन्दिर’ विषय पर आयोजित निबन्ध प्रतियोगिता में देशभर के आचार्यों ने प्रतिभागिता की, जिनमें से प्रथम पुरस्कार मोनिका शर्मा, गीता विद्या मंदिर, गोहाना, सोनीपत, द्वितीय पुरस्कार चंद्रमणि मिश्र सरस्वती शिशु मंदिर, ज्वालादेवी परिसर, प्रयागराज, तृतीय पुरस्कार प्रिया सक्सेना कांति कपूर सरस्वती बा.वि.मं. इंटर कालेज, इज्जर नगर, बरेली, चतुर्थ पुरस्कार गजेन्द्र कुमार शर्मा, गौरीशंकर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, बिजनौर, पंचम पुरस्कार प्रतिमा पांडेय, सरस्वती विद्या मंदिर, शिवाजी नगर, भोपाल को प्रदान किया गया है। सांत्वना पुरस्कार प्राप्त करने वालों में संगीत शर्मा, गीता विद्या मंदिर, गोहाना, सोनीपत, श्रीमती कविता दत्त, गीता निकेतन विद्या मंदिर, सेक्टर-3, कुरुक्षेत्र, सुभाष चंद शर्मा, कमला देवी बाजोरिया सरस्वती शिशु मंदिर, सहारनपुर, बेटा लाल मिश्र, सरस्वती शिशु मंदिर, मौजमपुर, तिलहर, शाहजहांपुर, अनीता शर्मा सरस्वती विद्या मंदिर ठियोग, शिमला, महेन्द्र सिंह सरस्वती विद्या मंदिर उ.मा.विद्यालय, कर्णप्रयाग, चमोली रहे।
डॉ. रामेन्द्र सिंह ने बताया प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विजेता को पुरस्कार स्वरूप 5100 रुपये, द्वितीय को 3100 रुपये, तृतीय को 2500 रुपये, चतुर्थ को 2100 रुपये, पंचम को 1500 रुपये तथा सांत्वना पुरस्कार विजेताओं को 1100 रुपये प्रति आचार्य प्रदान किए जाएंगे। डॉ. रामेन्द्र सिंह ने बताया कि संस्थान द्वारा अखिल भारतीय स्तर पर आचार्य निबन्ध प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। यह प्रतियोगिता संपूर्ण देश के विद्यालयों के अध्यापक-अध्यापिकाओं के लिए प्रतिवर्ष आयोजित होती है, जिसमें से श्रेष्ठ निबन्धों को चुनकर राष्ट्रीय कार्यालय विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान, कुरुक्षेत्र को भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि देशभर से कुरुक्षेत्र में प्राप्त श्रेष्ठ निबन्धों में से संस्थान के निर्णायक मंडल द्वारा 11 श्रेष्ठ निबन्धों का चयन किया गया है, जिनमें से प्रथम से लेकर पंचम स्थान तक एवं 6 निबन्धों को सांत्वना पुरस्कार दिया गया है।