न्यूज डेक्स इ्ंडिया
दिल्ली। गुरुग्राम स्थित वस्तु एवं सेवा कर आसूचना महानिदेशालय (डीजीजीआई) की क्षेत्रीय इकाई (जीयू) ने एक ऐसे मामले को उजागर किया है, जिसमें मेसर्स उमंग ओवरसीज, मेसर्स उलागरसन इंपेक्स पुट लिमिटेड और मेसर्स उमंग इम्पेक्स प्राइवेट लिमिटेड के मालिक/निदेशक के रूप में एक व्यक्ति के पास नियंत्रित संस्थाओं की एक श्रृंखला है। इस व्यक्ति को विभिन्न फर्जी, निलंबित और गैर-मौजूद फर्मों से वस्तु प्राप्त किए बिना 16.74 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का लाभ उठाने और पारित करने में संलिप्त पाया गया है।
बीती 4 अप्रैल, 2022 को विभिन्न परिसरों पर छापामारी की गई थी। इस छापामारी के दौरान कई पेन ड्राइव, विभिन्न फर्मों के रबर स्टैंप, दस्तावेज/ रिकॉर्ड प्राप्त किए गए और शुल्क चोरी के अनुमान के लिए इनकी जांच की जा रही है। इस धोखाधड़ी वाले आईटीसी को प्राप्त करने और पारित करने में शामिल प्रमुख व्यक्ति को 5 अप्रैल 2022 को गिरफ्तार किया गया और उसी दिन पटियाला हाउस कोर्ट के मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। अदालत ने उसे 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया है।इस मामले में आगे की जांच जारी है।