कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने दी बधाई व किया शहीदों की शहादत को नमन
युवा फनकारों ने अपने मधुर गीतों से वॉयस ऑफ केयूके में बिखेरे सुरों के रंग
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र ।कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग द्वारा बुधवार को बैसाखी उत्सव के उपलक्ष्य में महान गजल गायक एवं कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के भूतपूर्व छात्र स्वर्गीय जगजीत सिंह की याद में आयोजित वॉयस ऑफ केयूके प्रतियोगिता के अंतिम चरण का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न महाविद्यालयों व विश्वविद्यालय परिसर के महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया और अपनी प्रस्तुतियां मंच पर दी।युवा फनकारों ने अपने मधुर गीतों से वॉयस ऑफ केयूके में सुरों के रंग बिखेर कर माहौल को जगजीतमयी बना दिया जिसका सभी ने भरपूर आनंद लिया ।
इस मौके पर बोलते हुए कार्यक्रम के मुख्यातिथि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने सभी को बैसाखी की बधाई दी व शहीदों की शहादत को नमन किया। उन्होंने कहा कि कि इस प्रतियोगिता का आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य नई प्रतिभा और नए गायक पैदा करना है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी व उज्ज्वल भविष्य की कामना की व विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया।
युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक डॉ. महासिंह पूनिया ने बताया कि प्रथम चरण के मुकाबले के बाद फाइनल राउंड के लिए 16 विद्यार्थियों को फाइनल राउंड के लिए चुना गया था। कलाकारों की गजलों और गीतों को सुनकर सभागार तालियों साथ गूंज उठा और संगीतमय माहौल बनता चला गया। उन्होंने बताया कि एसडी कॉलेज अम्बाला कैंट की छात्रा वैष्णवी तिवारी ने इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल कर वॉयस आफ केयूके का खिताब अपने नाम किया है। वैष्णवी तिवारी द्वारा गाई गजल ये दौलत भी ले लो यह शोहरत भी ले लो को सभी ने सराहा व प्रशंसा की। दूसरे स्थान पर जीएमएन कॉलेज की छात्रा रबनूर रही व तीसरे स्थान पर कुवि के संगीत विभाग की छात्रा अंजलि स्टैनले रही। उन्होंने बताया कि एसडी कॉलेज अम्बाला कैंट की छात्रा प्रीति तिवारी व जीएन खालसा कॉलेज करनाल के छात्र देव रावत को सांत्वना पुरस्कार मिला है।
प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल की भूमिका जगजीत सिंह के भाई करतार सिंह, डॉ. हुकम चंद व गोविन्द सरस्वती ने निभाई। इस मौके पर करतार िसंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के साथ उनकी यादें जुडी हुई हैं। उनके करियर की í शुरुआत कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से ही हुई थी। उप-निदेशक डॉ. गुरचरण सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया और सभी विजेताओं को आशीर्वाद दिया। मंच का संचालन डॉ. महासिंह पूनिया ने किया।इस मौके पर कुलपति की धर्मपत्नी डॉ. ममता सचदेवा, कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा, कुलसचिव की धर्मपत्नी सुमिता शर्मा, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. अनिल वशिष्ठ, प्रो. शुचिस्मिता, डॉ. दीपक राय बब्बर, डॉ. परमेश कुमार सहित बड़ी संख्या में शिक्षक व विद्यार्थी मौजूद रहे।