हनुमानजी की भक्ति से होता है ऊर्जा का संचार- राज्यपाल
न्यूज डेक्स राजस्थान
जयपुर। राज्यपाल कलराज मिश्र ने हनुमान जयंती के अवसर पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि हनुमानजी शरीर के साथ-साथ मन से भी अपार बलशाली हैं, उनके स्मरण मात्र से ही बड़े से बड़ा संकट दूर हो जाता है, इसीलिए उन्हें संकटमोचक कहा जाता है। उन्होंने कहा कि हनुमानजी शक्ति एवं साहस के प्रतीक हैं। उनकी आराधना से व्यक्ति अपने भीतर स्वयं ही ऊर्जा का अनुभव करता है। राज्यपाल मिश्र शनिवार को उत्तर प्रदेश में मथुरा जिले के वृंदावन में वृंदावन बालाजी देवस्थान उद्घाटन के अवसर पर सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य बालाजी देवस्थान का उद्घाटन किया और हनुमान चालीसा स्तंभ का लोकार्पण किया। उन्होंने हनुमानजी की आरती कर देश और प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि एवं खुशहाली की कामना भी की।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि वृंदावन बालाजी देवस्थान कई मायनों में अद्भुत और अलौकिक है क्योंकि यहां भगवान हनुमानजी अपने पांचों भाइयों के साथ विराजित रहेंगे। यहां भक्तगण हनुमानजी की जन्मकुंडली और हनुमान यंत्र के दर्शन कर सकेंगे । यहां मंदिर के प्रवेशद्वार के समीप बनाया गया हनुमान चालीसा स्तंभ दुनिया का पहला ऐसा स्तंभ है, जिस पर हनुमान चालीसा लिखी है। उन्होंने कहा कि ऐसे पावन देवस्थान का उद्घाटन करना उनके लिए सौभाग्य की बात है। राज्यपाल ने कहा कि वृंदावन भगवान श्रीकृष्ण और श्रीराधा की लीलाओं से जुड़ा अत्यन्त पावन धाम है। इस पवित्र स्थान पर हनुमानजी के उपासक बाबा नीमकरौरी महाराज की प्रेरणा से आध्यात्मिक गुरू डॉ. अनुराग कृष्ण पाठक द्वारा स्थापित हनुमानजी की साधना का यह केंद्र दुनिया भर में विरल है और उन्हें विश्वास है कि वृंदावन बालाजी देवस्थान भक्तों के लिए लोक आस्था का कल्याणकारी केन्द्र बनेगा। इस अवसर पर आध्यात्मिक गुरू डॉ. अनुराग कृष्ण पाठक, उत्तर प्रदेश के गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री चौ. लक्ष्मीनारायण, पूर्व सांसद जया प्रदा, सुनील बंसल, जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में संत-महंत उपस्थित रहे।