हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित ब्रह्मसरोवर पर की सायं कालीन आरती
पर्यटन स्थलों का किया अवलोकन, कुरुक्षेत्र के विकास कार्यों को लेकर ली फीडबैक
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कहा कि विश्व में पर्यटन की दृष्टि से कुरुक्षेत्र की एक पहचान बनी है। इस धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र को सरकार की तरफ से पर्यटन क्षेत्र में ओर अधिक बढ़ावा दिया जा रहा है। इस गीता स्थली ज्योतिसर को विश्व का दर्शनीय स्थल बनाने पर सरकार की तरफ से करीब 209 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जा रही है। इस स्थल पर विश्व स्तरीय संग्रहालय स्थापित किए जा रहे है। मुख्य सचिव संजीव कौशल गत्त देर सायं कुरुक्षेत्र ब्रह्मसरोवर पर कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। इससे पहले मुख्य सचिव संजीव कौशल, उपायुक्त मुकुल कुमार ने आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित ब्रह्मसरोवर पर सायं कालीन आरती का परंपरा अनुसार शुभारंभ किया और पूजा-अर्चना की है। इस कार्यक्रम से पहले मुख्य सचिव ने पैनोरमा सहित विभिन्न पर्यटन स्थलों का अवलोकन भी किया।
मुख्य सचिव ने कहा कि गीता स्थली ज्योतिसर तीर्थ को विश्व का दर्शनीय स्थल बनाने पर सरकार की तरफ से करोड़ों रुपए की राशि खर्च की जा रही है। सरकार के इस बजट से ज्योतिसर में तेज गति के साथ निर्माण कार्य किए जा रहे है और इन निर्माण कार्यों को निर्धारित समयावधि में ही पूरा करने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। भारत सरकार द्वारा स्वदेश दर्शन स्कीम के तहत श्री कृष्णा सर्किट योजना हेतु कुरुक्षेत्र के लिए करोड़ों रुपए की राशि जारी की जा चुकी है, प्रथम चरण में इस योजना के लिए 97 करोड़ 34 लाख रुपए का बजट पास हुआ है। इस प्रकार केन्द्र और राज्य सरकार की तरफ से करोड़ों रुपए की राशि ज्योतिसर तीर्थ को दर्शनीय तीर्थ बनाने पर खर्च की जाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से ज्योतिसर को विश्व का दर्शनीय स्थल बनाने के लिए 209 करोड़ के बजट का प्रावधान भी किया गया है। सरकार की तरफ से ज्योतिसर तीर्थ के सौंदर्यीकरण, लैंडस्केपिंग, 7 इंटर-पटेशन सेंटर, आधुनिक तकनीकी का प्रयोग करते हुए इन सेंटरों में महाभारत, पवित्र ग्रंथ गीता और कुरुक्षेत्र के इतिहास पर प्रकाश डाला जाएगा। इस स्थल पर दूर दराज से आने वाले पर्यटकों को कुरुक्षेत्र 48 कोस के साथ-साथ कुरुक्षेत्र के इतिहास, कुरुक्षेत्र को ही महाभारत युद्ध के लिए क्यों चयन किया गया आदि ऐतिहासिक पहलुओं को भी दर्शाया जाएगा ताकि पर्यटकों की महाभारत से जुड़ी तमाम जिज्ञासाओं को पूरा किया जा सके।
उन्होंने कहा कि इस तीर्थ पर भारत के गौरवशाली इतिहास, सरस्वती नदी के इतिहास को दिखाने के लिए एक सरस्वती भवन का भी निर्माण किया जाएगा। भगवान श्रीकृष्ण ने ज्योतिसर की पावन धरा पर ही गीता के उपदेश दिए थे। इस कार्यक्रम के अंत में उपायुक्त मुकुल कुमार ने मुख्य सचिव संजीव कौशल को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस मौके पर एडीसी अखिल पिलानी, एसडीएम नरेंद्र पाल मलिक, केडीबी के सीईओ अनुभव मेहता सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।