न्यूज डेक्स संवाददाता
रोहतक। हरियाणवी कला प्रेमियों के दिलों पर दशकों तक राज करने वाले हरियाणवी सिनेमा के प्रमुख स्तम्भ व्योवृद्ध लोक कलाकार दरियाव सिंह मलिक (फ़िल्म चन्द्रावल रूंडा खुंडा फ़ेम) का आज प्रातःउनके पैतृक गांव उग्राखेड़ी,पानीपत में बीमारी के चलते देहावसान हो गया,जिनका अंतिम दाहसंस्कार दोपहर को गांव में ही किया गया वे 85वर्ष से ज्यादा के थे।अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए वैदिक सभा के महामंत्री जसबीर सिंह मलिक ने कहा उनकी जगह कोई नहीं ले सकता,हरियाणवी संस्कृति को फूहड़ता से दूर रह कर अपनी स्तरीय हास्य कला के जरिए ऊंचा उठाया।
रंगकर्मी विश्वदीपक त्रिखा ने बताया कि चंद्रावल सहित 19 फिल्मों में काम कर चुके हरियाणवी कलाकार दरियाव सिंह मलिक को वर्ष 2004 में तत्कालीन राष्ट्रपति डा.अब्दुल कलाम आजाद ने अवार्ड से नवाजा था। उनकी आखिरी बालीवुड फिल्म, मेरे डैड की मारुति थी। उन्हें बेस्ट कामेडियन आफ हरियाणवी का भी अवार्ड मिल चुका है। पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने उन्हें हरियाणा गौरव अवार्ड से सम्मानित किया था।
दरियाव सिंह मलिक ने सुपरहिट चंद्रावल सहित फूल बदन, लाडो बसंती,मेरे डैड की मारूति जैसी यादगार फिल्में की।लोकसंपर्क विभाग हरियाणा में काफी वर्षों तक कार्य करते हुए बतौर सहायक निदेशक तक पहुंचे। हजारों मंचो से अपनी प्रस्तुतियों के जरिए लोगों का मन मोहा।अनेकों विश्वविद्यालयों के वार्षिक उत्सवों में मंच संचालन व बाद में जज की भूमिका वहन कर नवोदित कलाकारों को सम्मान व अवसर प्रदान किया। उत्तरी भारत में आपके काफी संख्या में कलाप्रेमी हैं।
रोहतक के वरिष्ठ कलाकारों राघवेंद्र मलिक,रामपाल माजरा,अरविंद स्वामी,दूरदर्शन के पूर्व निदेशक धर्मपाल सिंह मलिक,अनूप लाठर,आनंद शर्मा,जसबीर मलिक,जनार्दन शर्मा,राजबीर मलिक,महावीर शास्त्री, डा स्वतंत्रता नंद,प्रमोद आर्य ने दिवंगत आत्मा को नमन करते हुए शोक प्रकट किया और संयुक्त वक्तव्य में हरियाणा सरकार से उनकी स्मृति में उनके नाम पर राज्य में कला उत्थान हेतु किसी पुरुष्कार या मंच स्थापित करने की मांग भी की।अपनी संवेदनाएं जताते हुए वैदिक सभा हरियाणा,गठवाला मलिक खाप,सर्व खाप पंचायत समिति,हरियाणा कला परिषद,जाट सभा,शिक्षक संघ सहित सामाजिक संस्थाओं ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक संदेश भेजा।