कॉमेडियन दरियाव सिंह मलिक के आकस्मिक निधन पर कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने जताया शोक
हरियाणा ने एक हास्य अभिनेता को खो दिया: प्रो. सोमनाथ सचदेवा
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र।गुरुवार को सुप्रसिद्ध राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त हास्य सम्राट दरियाव सिंह मलिक के आकस्मिक निधन पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने शोक प्रकट करते हुए कहा कि हमने हरियाणा के अनमोल रत्न को खो दिया। हरियाणवी संस्कृति का ये सितारा अपने अंतिम सफर पर निकल गया है। हरियाणा की पहली सुपरहिट फिल्म चंद्रावल ने कई कलाकारों को नाम और शोहरत दी थी और उन्हीं में से एक अभिनेता कॉमेडियन दरियाव सिंह मलिक भी थे।
युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक डॉ. महासिंह पूनिया ने दरियाव सिंह मलिक के निधन पर गहरा शोक जताया और बताया कि पिछले 40 बरसों से उन्होंने दरियाव सिंह मलिक के साथ विभिन्न मंचों पर कार्य किया है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अक्सर रत्नावली हरियाणा दिवस समारोह में व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बतौर निर्णायक मंडल दरियाव सिंह मलिक आते रहे और मंचों पर श्रोताओं को उनका इंतजार रहता था।
डॉ. महासिंह पूनिया ने बताया कि हरियाणा में दरियाव सिंह मलिक द्वारा एक लोरी रत्नावली महोत्सव में अक्सर मंच पर गाई जाती थी जिसके बोल थे मेरे सोजा मुन्ना रे, मेरे सोजा राजा रे जिसको श्रोताओं द्वारा बहुत पंसद किया जाता था। उन्होंने विभिन्न नाटक 11वां बच्चा, जहर की घूंट, भाईचारा, बंटवारा, उल्लू ले लो, नया भारत में काम किया। इसके साथ ही उन्होंने फिल्म चंद्रावल, लाडो बसंती, फूल बदन, बैरी, जर-जोरू और जमीन, छोरी सपेले की और मेरे डैडी की मारूति, कडवा सच, जाट में भी नए कीर्तिमान स्थापित किए और हरियाणा को फिल्म जगत में एक नई पहचान दी। वर्ष 2006 में इनको राष्ट्रीय पुरस्कार पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा प्रदान किया गया। हरियाणा गौरव अवार्ड से भी उन्हें सम्मानित किया गया था।