न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कराटे प्रशिक्षक प्रद्युमन गौड़ की देख-रेख में विगत दिवस सुन्दरपुर में स्थित कराटे के प्रशिक्षण केन्द्र एस.डी.गल्र्ज सीनियर सैकेण्डऱी स्कूल में कराटे की बैल्ट परीक्षा का ाव्य आयोजन किया गया, जिसमें 26 विद्यार्थियों ने शिरकत की तथा अब तक अपने गुरु से प्राप्त हुनर के आधार पर प्रतिभागियों ने अपने-अपने जोहर दिखाये। कराटे की परीक्षा प्रात: 6:00 बजे ही प्रार भ हो गई थी जो प्रात: 10 बजे तक चली। कराटे के प्रशिक्षक प्रद्युमन गौड़ ने कराटे की परीक्षा को ध्यान में रखते हुए, बिना किसी भी प्रतिभागी का तनिक भी हिलाज किये एक-एक प्रतिभागी की जमकर कड़ी परीक्षा ली और उन्होंने प्रतिभागियों द्वारा प्रदर्शित जौहर के आधार पर ही प्रतिभागियों को उनकी मेहनत के अनुसार अलग-अलग बैल्ट प्रदान की।
कराटे के जौहर दिखाने वाले प्रतिभागियों के नाम और उन्हें प्रदान की गई बैल्ट में तवीशा कालरा-सप्तम क्यू ओरेंज, ओजस्वी- छठा क्यू पर्पल, शिव्या कपिल-अष्टम क्यू यैलो, नियति गोयल- अष्ठम क्यू यैलो , इलैश-अष्टम क्यू यैलो, प्रथा सिंह- सप्तम क्यू ब्लू, ईभान जैन-सप्तम क्यू ओरेंज , सक्शम कबीर-अष्टम क्यू यैलो , मिताली साहनी- नवम क्यू यैलो , प्रभसिमर सिंह मुल्तानी- सप्तम क्यू ओरेंज , अदविता शर्मा-सप्तम क्यू ओरेंज , आरना अरोड़ा- नवम क्यू, आर्यन अरोड़ा-नवम क्यू, कुशप्रीत- सप्तम क्यू, लग्र- षष्ठम क्यू, अदिरा सनी-नवम क्यू, सौरभ गर्ग-नवम क्यू, वरुण-सप्तम क्यू, समीर सैनी-नवम क्यू, अभिषेक सैनी-नवम क्यू, राजीव गुप्ता- नवम क्यू, कृष्णा सिंह- नवम क्यू, अविका गुप्ता- नवम क्यू, हितैषी-नवम क्यू तथा लक्ष्य- नवम क्यू आदि शामिल रहे। परीक्षा में 7 साल से 40 साल तक के खिलाड़ी थे। सभी प्रतिभागियों ने अपने स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन किया।
उन्होंने बताया कि कराटे में सबसे अंतिम पड़ाव ब्राउन बैल्ट का होता है व ब्राउन बैल्ट तक पहुंचने में 3 साल लग जाते हैं और ब्लैकवर्ड तक पहुंचने के लिए 4 साल लग जाते हैं। ऊपरलिखित प्रतिभागी जूनियर बैल्ट के थे और ब्राउन बैल्ट सीनियर बैल्ट होती है, जिसकी परीक्षा 08 मई, 2022 को होगी। उन्होंने आगे बताया कि इनमें से जो भी प्रतिभागी अव्वल रहेंगे उन्हें नव बर, 2022 में आस्टे्रलियां में आयोजित की जाने वाली अन्तर्राष्ट़ीय प्रतियोगिता मेकं स िमलित होने व अन्तर्राट्रीय स्तरीय मास्टरों से प्रशिक्षण लेने का भी सौभाग्य मिलेगा। इस शुभ अवसर पर उपस्थित विकास शर्मा, डायरेक्टर, एस.डी.गल्र्ज स्कूल जो स्वयं भी ब्लैक बैल्ट हैं ने खिलाडिय़ों को प्रमाण पत्र और बैल्ट प्रदान कर उन्हें स मानित किया।
प्रशिक्षक प्रद्युमन गौड़ ने कराटे की परीक्षा के संबंध में मीडिया से रु-ब-रु होते हुए इसकी बारीकियों को विस्तार से समझाते हुए बताया कि बच्चे कई सालों से निरंतर कराटे का कठिन अ िायास कर रहे हैं। कराटे का प्रशिक्षण ले पाना हर किसी के बूते की बात नहीं होती, लेकिन उनका ऐसा मानना है कि सभी को एक बार आत्मरक्षा के लिए कराटे जरुर सीखना चाहिए। कोई भी व्यक्ति यदि मन-क र्म-वचन से किसी भी क्षेत्र में ईमानदारी से पुरुषार्थ करे तो सफलता एक दिन उसके कदम अवश्य चूमती है, इसमें तनिक भी शंका नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कराटे की परिभाषा को और भी सरल करके बताया कि आत्मरक्षा का सामान्य अर्थ है खुद की हिफाजत करना। आत्मरक्षा के लिए व्यक्ति सामने वाले व्यक्ति की पिटाई कर सकता है।
प्रत्येक राष्ट् के कानून में सैल्फ डिफेन्स के लिए प्रावधान किए जाते हैं। इंडियन पीनल कोड एक्ट 96 से 106 के मध्य व्यक्ति को आत्मरक्षा का अधिकार प्रदान किया गया है। प्रत्येक नागरिक को अपने इस मौलिक अधिकार के प्रति जागरुक रहना चाहिए तथा उसे स्वयं की रक्षा के लिए कराटे की स पूर्ण जानकारी होनी अति आवश्यक है। विशेष रुप से महिलाओं तथा लड़कियों/छात्राओं को विपरीत परिस्थितियों में कराटे की सहायता से इस अधिकार का उपयोग करना चाहिए ताकि स्वयं को वे खतरे में महसूस करने की स्थिति में वे अपने अधिकार का सही उपभोग करने के साथ साथ सामने वाले विरोधी को धूल भी चटा सकें। उन्होंने बताया कि कराटे की शिक्षा ग्रहण करने के लिए किसी भी आयु वर्ग के बच्चे इसे सीख सकते हैं। वर्तमान में उनके द्वारा कुरुक्षेत्र में पांच अलग-अलग प्रमुख स्थानों पर कराटे केन्द्र चलाये जा रहे हैं, जिनमें जिन्दल सिटी पार्क, एस.डी.गल्र्ज सीनियर सैकेण्डरी स्कूल, सुन्दरपुर, पटेल नगर तथा एन.आई.टी. स्पोर्ट का पलैक्स तथा टेक चंद पब्लिक स्कूल स िमलित हैं। प्रद्युमन गौड़ स्वयं आस्टे्रलिया, यू.एस.ए., कैनेड़ा, जापान आदि से इन्टरनैशनल लैवल पर कराटे का शानदार प्रदर्शन करके न केवल धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र का नाम रोशन कर चुके हैं अपितु उन्होंने हरियाणा प्रदेश का भी गौरव बढ़ाया है।