ऑल हरियाणा स्टाम्प वेन्डर एसोसिएशन ने बैठक कर समस्याओं के निवारण के लिए बनाई रणनीति
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र।ऑल हरियाणा स्टाम्प वेन्डर एसोसिएशन की एक विशेष बैठक यूथ हॉस्टल पिपली के सभागार में आयोजित की गई। बैठक में करनाल, हिसार, पानीपत, सिरसा, जींद, भिवानी, बहादूरगढ, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल के सैकड़ों अस्टाम विक्रेताओं ने भाग लिया। इस बैठक में मुख्य अतिथि के तौर पर एसोसिएशन के प्रांतीय प्रधान सुभाष चन्द्र शर्मा नरवाना ने शिरकत की और कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला प्रधान जगदीश कुमार कुरुक्षेत्र ने की। बैठक में प्रदेश के स्टांप विक्रेताओं को आ रही अनेक परेशानियों के बारे में विस्तार से चर्चा की गई और उनके निवारण के लिए प्रदेश सरकार से लिखित में मांग पत्र देने का निर्णय लिया गया। वहीं अगर सरकार ने समय रहते अस्टाम विक्रेताओं की समस्याओं का समाधान नहीं किया तो अष्टाम विक्रेता यूनियन हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी।
प्रधान सुभाष चन्द्र शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि आज प्रदेश में ई-स्टैंपिंग ऑनलाईन प्रणाली चालू होने से अस्टाम विक्रेताओं को अनेक प्रकार की परेशानियां आ रही। अब अस्टाम काटने का कार्य अष्टाम विक्रेता ही नहीं बल्कि ऑनलाइन कार्य करने वाले टाईपिस्ट, सीएससी सेंटर संचालक, वसीका नवीस व अन्य बाहरी लोग भी धड़ल्ले से कर रहे हैं जिनके पास से जारी किए गए अस्टाम पेपर का कोई रिकॉर्ड नहीं रखा जाता है। वहीं पता चला है कि ये ऑनलाइन वाले जो ऑनलाइन अस्टाम काटकर ग्राहक को मोटे पैसे लेकर देते हैं उसी अस्टाम की फोटोस्टेट कॉपी करके अलग-अलग कार्यो में प्रयोग करवा देते हैं जिससे प्रदेश के राजस्व को हानि हो रही है।
वहीं यूनियन के स्टांप विक्रेताओं ने मुख्यमंत्री हरियाणा के नाम एक मांग पत्र भी दिया। जिसमें कहा गया है कि स्टांप विक्रेताओं की सेल लिमिट दस हजार से महंगाई के मध्यनजर और बढाई जाये, लिमिट तक के अस्टाम स्टाम्प वेन्डर के अलावा अन्य कोई दूसरा सेल न करें तथा महंगाई के मध्यनजर अस्टाम कमीशन भी बढाई जाऐ। वहीं बैठक में उप-प्रदेशाध्यक्ष सतीश चुघ, प्रदेश महासचिव हरपाल सिंह नैन, प्रदेशाध्यक्ष कानूनी प्रकोष्ठ मातादीन भिवानी व मंजीत लौरा प्रदेश उपाध्यक्ष ने भी अस्टाम विक्रेताओं की समस्याओं के समाधान के लिए सरकार से बातचीत करने की रणनीति बनाई। इस मौके अष्टाम विक्रेता जगदीश कुमार, सतीश कुमार, अशोक बाबैन, प्रमोद कुमारी, जितेन्द्र पंजेटा, नसीब सिंह, कृष्ण लाल, सूबे सिंह के अलावा प्रदेशभर के सैकड़ों अष्टाम विक्रेता मौजूद रहे।