न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के आईआईएचएस संस्कृत विभाग के अध्यक्ष डॉ. रामचंद्र को राष्ट्रीय वैदिक विद्वान के रूप में सम्मानित किया गया है। उन्होंने बताया कि मंडी, हिमाचल में आयोजित एक भव्य राष्ट्रीय समारोह में वैदिक सिद्धांतों व मूल्यों के प्रचार प्रसार के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए डीएवी कॉलेज प्रबंधकर्त्री समिति, दिल्ली एवं आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा ने उन्हें राष्ट्रीय वैदिक विद्वान के रूप में सम्मानित किया गया है।
उन्होंने बताया कि महात्मा हंसराज जयन्ती के अवसर पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मान समारोह में प्रबंधकर्त्री समिति के अध्यक्ष पद्मश्री डॉ पूनम सूरी ने प्रशस्ति पत्र, शॉल एवं इकतीस हजार की राशि सम्मान स्वरूप भेंट की। इस अवसर पर केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के कुलाधिपति पद्मश्री प्रोफेसर हरमोहिंदर सिंह बेदी एवं जस्टिस प्रीतम पाल सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे। इस भव्य समारोह में देश भर की डीएवी संस्थान, कॉलेज एवं विद्यालयों के प्राचार्य, शिक्षक, छात्र एवं अभिभावकों सहित दस हजार से अधिक लोग उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि डॉ रामचंद्र के वेद, व्याकरण, दर्शन, उपनिषद, मनुस्मृति एवं ब्राह्मण ग्रंथों पर 30 से ज्यादा शोध पत्र राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित हो चुके हैं। आपने शताधिक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी में पत्र वाचक, संयोजक, मुख्य वक्ता एवं सत्राध्यक्ष के रूप में भाग लिया है। संस्कृत व्याकरण पर आपके प्रकाशित ग्रन्थों ने विद्वत जगत में बडी ख्याति प्राप्त की है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय एवं अखिल भारतीय दार्शनिक परिषद द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी एवं सम्मेलन में आपने मुख्य वक्ता एवं सत्राध्यक्ष के रूप में भाग लिया।
डॉ रामचंद्र को इससे पूर्व भी दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा, संस्कृत अकादमी दिल्ली, परोपकारिणी सभा अजमेर सहित अनेक राष्ट्रीय संस्थाओं ने सम्मानित किया है। वर्तमान में भी आप संस्कृत व्याकरण एवं वैदिक विषयों पर शोध एवं लेखन के लिए निरंतर समर्पित हैं। डॉ. रामचन्द्र को मिली इस गौरवपूर्ण उपलब्धि के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा, कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा, प्रो. संजीव गुप्ता, प्रोफेसर राजेन्द्र विद्यालंकार, प्रो. परमेश कुमार, डॉ महासिंह पूनिया, प्रो. अश्वनी कुश, प्रो. अनीता दुआ, डॉ. दीपक राय बब्बर, डॉ वीरेन्द्र पाल और डॉ. सतीश कुमार ने बधाई दी।