25 सितंबर के भारत बंद में शिरोमणि अकाली दल हरियाणा भी शामिल
न्यूज डेक्स हरियाणा
कुरुक्षेत्र, 23 सितंबर। विभिन्न किसान संगठनों के आह्वान पर 25 सितम्बर को होने वाले भारत बंद में शिरोमणि अकाली दल हरियाणा भी शामिल होगा। इतना ही नहीं, शिअद किसानों के कंधे से कंधा मिला कर उनके अधिकारों की लड़ाई भी लड़ेगा। यह घोषणा शिरोमणि अकाली दल हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष शरणजीत सिंह सोथा ने की। वे बुधवार को धर्मनगरी के ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी में पार्टी की जिला स्तरीय बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
इससे पहले बैठक में शिरोमणि अकाली दल हरियाणा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष तजिंदरपाल सिंह लाडवा, प्रदेश प्रवक्ता कवलजीत सिंह अजराना, प्रदेश महासचिव गुरमीत सिंह पुनिया, अकाल उस्तत ट्रस्ट कुरुक्षेत्र के चेयरमैन ज्ञानी तेजपाल सिंह, गुरुद्वारा बैकुंठ धाम सेवा ट्रस्ट के प्रधान लखविंदर सिंह संधू, शिअद जिला प्रधान जरनैल सिंह बोढी, राजिंदर सिंह सोढी, शहरी जिला प्रधान तजिंदर सिंह मक्कड़, जिला वरिष्ठ उपप्रधान जगदेव सिंह गाबा, सुखपाल सिंह बुट्टर, करतार सिंह दामली, इंदरजीत सिंह सगू सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने शिरकत की।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेशाध्यक्ष शरणजीत सिंह सोथा ने पिछले दिनों पिपली में किसानों पर हुए लाठीचार्ज की सख्त शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि शिरोमणि अकाली दल ने सदैव ही किसान, मजूदर, व्यापारी व अन्य वर्गों के हितों की लड़ाई लड़ी है। इसी कारण केंद्रीय मंत्री बीबी हरसिमरत कौर बादल ने अपने पद से त्याग पत्र दिया है। उन्होंने बताया कि पार्टी हाईकमान ने किसाना विरोधी तीन अध्यादेशों का डट कर विरोध करने का फैसला लिया है, जिसके चलते पार्टी की हरियाणा इकाई भी प्रदेश भर में किसान आंदोलन का खुल कर समर्थन करेगी।
उन्होंने पिपली में किसानों पर हुए लाठीचार्ज बारे मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा दिए गए ब्यान की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि भाजपा हमेशा दोगली बात करती हैं। उन्होंने किसानों पर हुए लाठीचार्ज की उच्च स्तरीय जांच करवाने के साथ-साथ किसानों पर दर्ज किए गए तमाम मुकद्में तुरंत वापिस लेने की मांग भी की। उन्होंने चेताया कि यदि किसानों की जायज मांगें न मानी गई, तो वेें भारतीय किसान यूनियन के साथ मिल कर अगामी रणनीति तय करेंगे।
किसानों के लिए जेल भरने को भी तैयार शिअद : अजराना
शिरोमणि अकाली दल हरियाणा के प्रदेश प्रवक्ता कवलजीत सिंह अजराना ने कहा कि किसान हित की लड़ाई लड़ते हुए यदि पार्टी को जेल भी भरनी पड़े, तो वे उसके लिए तैयार हैं। किसान हित में रोड जाम करना पड़ें या फिर भूख हड़ताल करनी पड़े, तो पार्टी पीछे नहीं हटेगी। अजराना ने कहा कि किसानों की फसल एमएसपी से कम दामों पर नहीं खरीदी जानी चाहिए। इसके अलावा किसी भी व्यापारी को एक प्रदेश से फसल खरीद कर दूसरे प्रदेश से बेचने की अनुमति नहीं होनी चाहिए, क्योंकि इससे संबंधित प्रदेश के किसान प्रभावित होंगे।