Friday, November 22, 2024
Home haryana टीवी बहस के गिरते हुए मानकों का उल्‍लेख करते हुए उपराष्ट्रपति ने खबरों को सनसनीखेज बनाने की प्रवृत्ति पर जताई चिंता

टीवी बहस के गिरते हुए मानकों का उल्‍लेख करते हुए उपराष्ट्रपति ने खबरों को सनसनीखेज बनाने की प्रवृत्ति पर जताई चिंता

by Newz Dex
0 comment

डिजिटल युग में मीडिया की व्यापक पहुंच को देखते हुए, उपराष्‍ट्रपति ने पत्रकारिता के प्रमुख सिद्धांतों के प्रति हमेशा प्रतिबद्ध रहने का दिया परामर्श

उपराष्ट्रपति ने जवाबदेह मीडिया कवरेज का आह्वान किया

प्रेस की आजादी लोकतंत्र के लिए अनिवार्य है: उपराष्ट्रपति

उपराष्ट्रपति ने ऑल इंडिया रेडियो एफएम स्टेशन नेल्लोर में 10 किलोवाट एफएम  संचालन के लिए 100 मीटर ऊंची टॉवर का उद्घाटन किया

न्यूज डेक्स इंडिया

दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने आज मीडिया से नैतिक पत्रकारिता के मूल्यों का अनुपालन करने और समाचारों की अपनी कवरेज में जवाबदेह होने का आह्वान किया। उन्‍होंने खबरों को बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्‍तुत करने और उन्‍हें सनसनीखेज बनाने की बढ़ती हुई प्रवृत्ति के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह जनता को गलत सूचना देने के समान है। उन्होंने कहा कि कई बार इस तरह की गलत सूचना घबराहट पैदा कर सकती है। उन्होंने कहा कि सच्चाई के नजदीक रहें और सनसनी से दूर रहें।

नायडु ने आज नेल्लोर में ऑल इंडिया रेडियो एफएम स्टेशन में 10 किलोवाट एफएम संचालन के लिए 100 मीटर ऊंची टॉवर का उद्घाटन किया। आकाशवाणी स्टूडियो पहुंचने के बाद, नायडु ने लाइव प्रसारण के माध्यम से अपना विशेष संबोधन दिया और एफएम टावर नेल्लोर के लोगों को समर्पित की। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की कि जब वे सूचना एवं प्रसारण मंत्री थे तब उन्होंने जिस स्टेशन की नींव रखी थी वह आज कार्यरत है। 

बाद में उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए नायडु ने इस बार पर जोर देकर कहा कि लोकतंत्र में प्रेस की आजादी अनिवार्य है। उन्होंने यह भी कहा कि मीडिया विभिन्न मुद्दों के बारे में लोगों को शिक्षित करने तथा लोकतंत्र को मजबूत बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस बारे में उन्‍होंने राष्ट्रीय विकास में प्रसारण मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्‍लेख किया। 

डिजिटल युग में मीडिया की व्यापक पहुंच को देखते हुए, उपराष्‍ट्रपति ने मीडिया को समाज की वास्तविकताओं का उल्‍लेख करने और पत्रकारिता के प्रमुख सिद्धांतों के प्रति हमेशा प्रतिबद्ध रहने का परामर्श दिया। उन्‍होंने कहा कि मीडिया के लिए आत्मनिरीक्षण और आत्म-नियंत्रण करने की जरूरत है। उन्होंने यह सुझाव भी दिया कि लोगों को ऐसे मीडिया संगठनों को प्रोत्‍साहित करना चाहिए जो ईमानदार और नैतिक पत्रकारिता का अनुपालन करते हों। 

टीवी बहस के गिरते हुए मानकों का उल्‍लेख करते हुए, उन्होंने महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दों पर अधिक सार्थक और सम्मानजनक चर्चा किए जाने का आह्वान किया। उन्‍होंने यह स्‍मरण कराते हुए कि भारत में 60 प्रतिशत ग्रामीण आबादी है सभी मीडिया संगठनों से ग्रामीण भारत के मुद्दों पर अधिक ध्यान केन्द्रित किए जाने का आह्वान किया।

सोशल मीडिया के उदय का जिक्र करते हुए उन्होंने फेक न्यूज की घटनाओं के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि लोगों को गैर सत्यापित और निराधार जानकारी दूसरों को नहीं देनी चाहिए। उपराष्ट्रपति ने रेडियो की लोकप्रियता और विभिन्न मुद्दों के बारे में लोगों को शिक्षित बनाने में इसके महत्व को देखते हुए यह स्‍मरण किया कि किस प्रकार रेडियो ने कई कलाकारों को मान्यता देने के साथ-साथ विस्तार सेवाओं को किसानों के करीब ले जाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

आंध्र प्रदेश सरकार के कृषि और सहकारिता, विपणन, खाद्य प्रसंस्करण मंत्री काकानी गोवर्धन रेड्डी, आंध्र प्रदेश के विधायक कोटमरेड्डी श्रीधर रेड्डी, प्रसार भारती के सीईओ, शशि शेखर वेम्पति, ऑल इंडिया रेडियो के महानिदेशक, एन. वेणुधर रेड्डी, और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस कार्यक्रम के दौरान उपस्थित थे।

You may also like

Leave a Comment

NewZdex is an online platform to read new , National and international news will be avavible at news portal

Edtior's Picks

Latest Articles

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?
-
00:00
00:00
Update Required Flash plugin
-
00:00
00:00