न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के वनस्पति शास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष एवं अधिष्ठाता, विज्ञान संकाय, प्रोफेसर आर एस मेहरोत्रा को इंडियन फाइटो पैथोलॉजिकल सोसाइटी, नई दिल्ली की ओर से प्लेटिनम जुबली समारोह के अंतर्गत उनके विज्ञान और समाज के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान के लिए सम्मानित किया गया। यह समारोह एस के एन कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर, जयपुर में आठवीं अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस के रूप में 23 से 26 मार्च , 2022 को आयोजित हुआ था। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने इस उपलब्धि के लिए प्रोफेसर आर एस मेहरोत्रा को बधाई दी और कहा कि यह कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है कि प्रो. मेहरोत्रा को विज्ञान और समाज के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान के लिए सम्मानित किया गया है।
प्रोफेसर मेहरोत्रा की बॉटनी डिपार्टमेंट में नियुक्ति रीडर के रूप में 1970 में तथा प्रोफेसर – हेड के रूप में 1978 में हुई थी, तब उन्होंने विभाग में बॉटनी के सभी संबद्ध विषयों की प्रयोगशालाओं को स्थापित किया तथा माइक्रोबायोलॉजी एवं प्लांट पैथोलॉजी के क्षेत्र में शोध की महत्त्वपूर्ण परंपरा का निर्माण किया। यह प्रो. आरएस मेहरोत्रा की अनेक उपलब्धियों में से प्रमुख उपलब्धि है कि 1979 में अमेरिका जाकर शोध करने के लिए उन्हें फुल ब्राइट फेलोशिप मिला जिसके अंतर्गत आपने कैलिफ़ोर्निया विश्वविद्यालय, रिवरसाइड, अमेरिका में प्रोफेसर जेंट मायर के साथ फायरोपथोरा पर महत्वपूर्ण कार्य किया। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लगभग 26 वर्ष के कार्यकाल में उन्होंने 31 छात्रों को पीएचडी के लिए निर्देशन दिया, 200 के लगभग शोध पत्र मान्यता प्राप्त अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित किए तथा चार विश्व ख्याति प्राप्त पुस्तके लिखी। प्रो. मेहरोत्रा 1990 में इंडियन फाइटो पैथोलॉजिकल सोसाइटी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। 1997 में वे इंडियन साइंस कांग्रेस के 84वें अधिवेशन के बॉटनी सेक्शन के अध्यक्ष भी रहे।