नाटक लाइसेंस में दिखी बेवा औरत की लाचारी, घर चलाने के लिए मिला जिस्म-फरोशी का लाइसेंस
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। हरियाणा कला परिषद द्वारा विश्व रंगमंच दिवस के उपलक्ष्य में प्रारम्भ हुए नाट्य मेला में कला कीर्ति भवन की भरतमुनि रंगशाला में एवीआर ग्रुप ऑफ ड्रामा, गुरुग्राम के कलाकारों ने सादत हसन मंटो की कहानी लाइसेंस का नाट्य मंचन किया। अशोक भाकरी के निर्देशन में तैयार नाटक में कलाकारों ने औरत पर हो रहे अत्याचारों को अपने अभिनय के साथ प्रस्तुत किया। नाटक में दिखाया गया कि एक अंधी महिला इनायत से एक तांगेवाला प्यार करने लग जाता है। अंधी महिला भी जिंदगी में सहारे की तलाश के कारण तांगेवाले से निकाह कर लेती हैं।
निकाह के बाद तांगेवाला इनायत का ईलाज करवाता है और ईनायत की आंखों की रोशनी वापिस आ जाती है। दोनों का जिंदगी खुशी-खुशी कट रही होती है, लेकिन इनायत के पिता तांगेवाले के खिलाफ अपनी बेटी को अगवा कर निकाह करने के जुर्म में पुलिस में रिपोर्ट लिखवा देते हैं। जिसके कारण पुलिस तांगेवाले को जेल में डाल देती है। एक दिन तांगेवाले की जेल में मौत हो जाती है। पति की मौत के बाद इनायत अपना गुजारा करने के लिए तांगा चलाना शुरु कर देती है। लेकिन लोगों को उसका तांगा चलाना रास नहीं आता और आए दिन लोग उस पर तानाकशी करना शुरु कर देते हैं। कुछ आवारा लोग इनायत पर बुरी नजर रखते है। जब सभी देखते हैं कि इनायत किसी के हाथ नहीं आ रही तो लोग पंचायत इकट्ठी कर इनायत से तांगा चलाने का लाइसेंस पूछते है।
इनायत पंचायत से ही तांगा चलाने का लाइसेंस दिलवाने की मांग करती है। लेकिन पंचायत में बैठे भ्रष्ट लोग इनायत को कहते हैं कि उसे तांगा चलाने का नहीं, जिस्म फरोशी का लाइसेंस दे सकते हैं। लोगों की बात सुनकर इनायत अपने पति की कब्र पर जाकर रोना शुरु कर देती है और अपनी जिंदगी खत्म कर देती है। इस प्रकार औरत की बेबसी और समाज के घिनौनेपन को नाटक के माध्यम से दिखाते हुए कलाकारों ने सादत हसन मंटों की कहानी को प्रस्तुत किया। नाटक में इनायत का किरदान पारुल कौशिक ने निभाया, वहीं उसके पति के किरदार में स्वयं नाटक निर्देशक अशोक भाकरी रहे। अन्य कलाकारों में दिनेश, प्रेम कुमार, अनिल, रिदम, दुर्गा प्रसाद, रजनीश भनौट आदि ने साथ दिया। मंच का संचालन विकास शर्मा ने किया। कार्यक्रम के मुख्यअतिथि रमेश सुखीजा ने नाटक निर्देशक अशोक भाकरी को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। हरियाणा कला परिषद की ओर से रजनीश शर्मा ने रमेश सुखीजा को स्मृति चिन्ह देकर आभार जताया।
नाट्य में 12 मई को होगा नाटक चीफ की दावत
हरियाणा कला परिषद के मीडिया प्रभारी विकास शर्मा ने बताया कि कला कीर्ति भवन में चल रहे नाट्य मेला के अंतिम सप्ताह में कुरुक्षेत्र के न्यू उत्थान थियेटर ग्रुप के कलााकारों द्वारा भीष्म साहनी की कहानी चीफ की दावत का मंचन किया जाएगा। नाटक का समय सायं 6.30 बजे रहेगा।