न्यूज डेक्स इंडिया
दिल्ली। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने पिछले हफ्ते लखनऊ और मुंबई में लगातार अभियान चलाते हुए सोने की तस्करी की कोशिशों को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया है। हवाई मार्ग से सोने की तस्करी को अंजाम देते हुए इसे छुपाने की कोशिश की गई थी। सटीक खुफिया जानकारी मिलने के बाद, राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के अधिकारियों ने 06.05.2022 को दुबई से एयर कार्गो कॉम्प्लेक्स, छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, मुंबई पहुंची एक खेप की जांच की।
इन आयात किए गए सामानों में, कुछ सामानों को ‘‘अनुभागीय और ड्रम जैसी नाली सफाई की मशीन’’ के तौर पर दिखाया गया था, लेकिन सावधानीपूर्वक जांच करने पर, इसके भीतर 3.10 करोड़ रुपये की कीमत का 5.8 किलोग्राम सोना जब्त किया गया जिसे आयातित मशीन के दो मोटर रोटार के अंदर डिस्क के रूप में छुपाया गया था। दक्षिण मुंबई में स्थित इस सामान के आयातक को शीघ्र कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया। कोर्ट ने आयातक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
मुंबई में जब्त किया गया यह सोना एक दिन पहले ही 05.05.2022 को लखनऊ में डीआरआई अधिकारियों द्वारा की गई इसी तरह की जब्ती कार्रवाई की कड़ी में अगला कदम है। लखनऊ के मामले में भी, डीआरआई ने लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के एयर कार्गो कॉम्प्लेक्स में ‘‘इलेक्ट्रिकल थ्रेडिंग मशीन’’ रखने वाले एक आयात कार्गो को रोकते हुए मशीन में सोने की डिस्क के रूप में छुपाए गए 2.78 करोड़ रुपये की कीमत के कुल 5.2 किलोग्राम सोने को जब्त किया था।
पिछले वर्ष के दौरान, डीआरआई ने कार्गो और कूरियर खेपों से महत्वपूर्ण से सोने को जब्त किया है। जुलाई 2021 में, डीआरआई ने एक कूरियर खेप से 8 करोड़ की कीमत का 16.79 किलोग्राम सोना जब्त किया था। उसके बाद, नवंबर 2021 में एक कार्गो खेप से 80.13 किलोग्राम तस्करी का सोना जब्त किया गया, जिसकी कीमत 39.31 करोड़ रु थी और यह दोनों जब्ती अभियान नई दिल्ली में किए गए थे।
अगस्त 2021 में एक अन्य मामले में, डीआरआई ने तस्करी के सोने को एक खेप में छुपाए गए सोने का पता लगाया था, जिसे अंतर्राष्ट्रीय कूरियर टर्मिनल, मुंबई से लाया गया था। डीआरआई ने इस खेप से 2.67 करोड़ की कीमत का 5.25 किलोग्राम छुपा हुआ सोना बरामद किया था। सोने की तस्करी और इन्हें छुपाने के लिए अपनाए गए तरीकों का पता लगाने की नवीनतम तकनीक ने एयर कार्गो और कूरियर मार्ग के माध्यम से भारत में विदेशों से तस्करी करके लाए गए सोने का पता लगाने में मदद की है। इस तरह की खोज तस्करी के अनूठे और परिष्कृत तरीकों का पता लगाने और उनसे निपटने की डीआरआई की क्षमता को और मजबूत बनाती है। 2021-22 के दौरान, डीआरआई अधिकारियों ने 405 करोड़ रुपए की कीमत के 833 किलोग्राम तस्करी के सोने को जब्त किया था।