डॉ.प्रदीप गोयल/न्यूज डेक्स संवाददाता
शाहाबाद (कुरुक्षेत्र)।शाहाबाद सहकारी चीनी मिल के प्रबन्ध निदेशक सतींद्र सिवाच ने बताया कि 18/11/2021 को मिल का पिराई सत्र 2021-22 प्रारम्भ हुआ था तथा मिल क्षेत्र का सम्पूर्ण गन्ना लेने उपरांत मिल का पिराई सत्र शनिवार सायं समाप्त किया जायेगा। मिल द्वारा इस पिराई सत्र में 70.00 लाख क्विंटल गन्ना पिराई का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, परन्तु 14 मई तक इस मिल द्वारा 72.80 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 7.25 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया जा चुका है, जोकि लक्ष्य से अधिक है। उन्होंने बताया कि मिल द्वारा इस पिराई सत्र में अब तक 4.70 करोड़ यूनिट बिजली का निर्यात उत्तरी हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम को किया गया। गन्ना काश्तकारों द्वारा दिनांक 10 अप्रैल तक मिल में सप्लाई किए गए गन्ना मूल्य का भुगतान, बैंकों में भेज दिया गया है, जिसकी कुल भुगतान राशि 214.00 करोड़ रुपये है।
इस प्रकार चीनी मिल द्वारा कुल खरीदे गए गन्ने की पेमैंट का 84 प्रतिशत भुगतान कर दिया गया है। यह भुगतान राशि हरियाणा राज्य की सभी सहकारी चीनी मिलों द्वारा अब तक किए गए गन्ना मूल्य भुगतान का सर्वाधिक है। उन्होंने बताया कि मिल में गन्ना सप्लाई करने वाले किसानों को अटल किसान मजदूर कैन्टीन में 10 रुपये प्रति टोकन के हिसाब से रियायती रेट पर साफ सुथरा, स्वादिष्ट व पौष्टिक खाना उपलब्ध करवाया गया। केन यार्ड के इण्टरी गेट व किसान विश्राम गृह पर वॉटर कूलर की सुविधा प्रदान की गई। किसानों को केन यार्ड तथा किसान विश्राम गृह में लाउड स्पीकर के माध्यम से कांटे पर चल रहे टोकन नम्बर व अन्य सूचना देने की सुविधा उपलब्ध करवाई गई। पिराई सत्र के दौरान मिल क्षेत्र के गन्ना काश्तकारों को गन्ना सप्लाई के विरूद्ध डीजल व चीनी भी दिया गया है। मिल क्षेत्र के गन्ना काश्तकारों व मिल प्रबन्धकारिणी के आपसी सौहार्दपूर्ण रवैये के कारण पिराई सत्र का संचालन काफी संतोषजनक रहा। मिल के प्रबन्ध निदेशक ने मिल क्षेत्र के सभी गन्ना काश्तकारों का मिल में साफ सुथरा गन्ना उपलब्ध करवाने व सहयोग के लिए धन्यवाद व्यक्त किया है।