स्योंसर के जंगलों में बोर्ड की तरफ से सफारी बनाने की योजना पर भी किया जा रहा है विचार
सतौड़ा में तालाब बनाकर स्योंसर के जंगल तक पानी पहुंचाने का किया जाएगा कार्य
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड की तरफ से पिहोवा के गांव सतौड़ा सरस्वती क्रिक को एक पर्यटन स्थल के रुप में विकसित करने की योजना तैयार की गई है। इस योजना के तहत सरस्वती के निकट गांव में एक तालाब बनाया जाएगा। इस तालाब के माध्यम से स्योंसर के जंगल में पशु-पक्षियों के लिए पानी भी उपलब्ध करवाया जाएगा। सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच हिरमी में गांव सतौड़ा के सरस्वती क्रिक को विकसित करने की योजना को लेकर कैथल और कुरुक्षेत्र के सिंचाई विभाग के अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आदि बद्री से लेकर हरियाणा की सीमा तक अलग-अलग चरणों में सरस्वती नदी के किनारे प्राचीन तीर्थ स्थलों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की योजना पर काम किया जा रहा है। इस प्राचीन सरस्वती नदी के किनारे ग्राम पंचायतों के सहयोग से वाटर बॉडीज का भी निर्माण किया जा रहा है ताकि इससे जल का संरक्षण किया जा सके और भूजल स्तर में इन वाटर बॉडी के जरिए सुधार लाया जा सके। उन्होंने कहा कि धरोहर विकास बोर्ड की इस योजना के तहत ही पिहोवा के गांव सतौड़ा में सरस्वती क्रिक को विकसित किया जाएगा।
इसकी योजना कैथल और कुरुक्षेत्र के अधिकारियों द्वारा मिलकर बनाई गई है, क्योंकि यह क्षेत्र दोनों जिलों की सीमा में पड़ता है। इस सतौड़ा सरस्वती क्रिक पर घाटों का निर्माण करने के साथ-साथ पर्यटन स्थल के रुप में विकसित किया जाएगा। इस गांव में सरस्वती नदी के किनारे एक तालाब का भी निर्माण किया जाएगा। यह तालाब स्योंसर जंगलों के निकट होगा। इस तालाब से स्योंसर के जंगलों में पानी पहुंचाने का काम किया जाएगा ताकि जंगलों में रहने वाले पशु पक्षियों को पीने के लिए पानी मिल सके।
बोर्ड के उपाध्यक्ष ने कहा कि सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड स्योंसर जंगलों में सफारी प्रोजेक्ट को लेकर भी काम कर रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत स्योंसर के जंगलों में एक रास्ता बनाया जाए ताकि इस मार्ग के जरिए दूर-दराज से आने वाले पर्यटक जंगल की सैर कर सके। इससे पिहोवा में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और आर्थिक दृष्टि से भी पिहोवा को मजबूत किया जा सकेगा। इन तमाम योजनाओं को बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अनुमति के बाद अमलीजामा पहनाया जाएगा।